जैश के आत्मघाती हमले का साजिशकर्ता दिल्ली से गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो जम्मू दक्षिण कश्मीर के लिथपोरा पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर 15 माह पहले हुए

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Apr 2019 06:19 AM (IST) Updated:Wed, 03 Apr 2019 06:19 AM (IST)
जैश के आत्मघाती हमले का  साजिशकर्ता दिल्ली से गिरफ्तार
जैश के आत्मघाती हमले का साजिशकर्ता दिल्ली से गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो, जम्मू : दक्षिण कश्मीर के लिथपोरा, पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर 15 माह पहले हुए जैश-ए-मुहम्मद के आत्मघाती हमले के एक साजिशकर्ता को राष्ट्रीय जाच एजेंसी (एनआइए) ने बीते रविवार कोनई दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया। उसका नाम निसार तात्रे है और वह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से लौट रहा था।

सुरक्षा एजेंसियों ने चार फरवरी को इसी हमले में लिप्त जैश के एक अन्य आतंकी फैयाज मागरे को भी दिल्ली में ही पकड़ा था। गौरतलब है कि लिथपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप पर जैश के तीन आत्मघाती आतंकियों ने 30 दिसंबर 2017 की रात हमला किया था। हमले में दो स्थानीय आतंकी फरदीन अहमद खाडे और मंजूर अहमद बाबा के अलावा गुलाम कश्मीर में रावलाकोट का रहने वाला जैश कमाडर अब्दुल शकूर भी शामिल था। यह तीनों मारे गए थे। हमले में पाच सीआरपीएफ कर्मी शहीद हुए थे। इस हमले में मारे गए आतंकी फरदीन के पिता राज्य पुलिस में कार्यरत हैं।

निसार तात्रे जैश के मारे जा चुके कुख्यात कमाडर नूरा त्राली का छोटा भाई है। नूरा त्राली का असली नाम नूर मुहम्मद तात्रे था। वह 26 दिसंबर को पुलवामा जिले में एक मुठभेड़ में मारा गया था। उसने ही वर्ष 2015 में पैरोल पर रिहा होने के बाद दक्षिण कश्मीर में जैश का नेटवर्क खड़ा करने मे अहम भूमिका निभाई थी। वर्ष 2017 में तत्कालीन शिक्षामंत्री नईम अख्तर पर हुए ग्रेनेड हमले, श्रीनगर एयरपोर्ट के पास बीएसएफ के शिविर पर आत्मघाती हमले समेत कई बड़ी वारदातों का वह मुख्य साजिशकर्ता था। उसने ही लिथपोरा, पुलवामा स्थित सीआरपीएफ कैंप पर आत्मघाती हमले की साजिश रची थी, लेकिन इस हमले से पहले वह मारा गया था।

संबंधित अधिकारियों ने बताया कि निसार तात्रे सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए यूएई भाग गया था। एनआइए को अपने तंत्र से पता चला था कि वह यूएई से लौट रहा है। 31 मार्च रविवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर वह जैसे ही पहुंचा, एनआइए ने उसे पकड़ लिया। हालाकि निसार तात्रे की इस हमले में भूमिका के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन अधिकारियों ने बताया कि नूरा त्राली की मौत के बाद निसार ने ही फैयाज मागरे के साथ मिलकर लिथपोरा हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों की मदद की थी। उसने इस हमले के लिए आवश्यक साजोसामान उपलब्ध कराया था।

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