इल्तिजा मुफ्ती ने कहा मां को चपातियों के बीच चिट्ठी छिपाकर भेजती थी, महबूबा और उमर पर पीएसए लगाने को अनुचित

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर पीएसए को अन्यायोचित ठहराया।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Sat, 08 Feb 2020 09:57 AM (IST) Updated:Sat, 08 Feb 2020 09:57 AM (IST)
इल्तिजा मुफ्ती ने कहा मां को चपातियों के बीच चिट्ठी छिपाकर भेजती थी, महबूबा और उमर पर पीएसए लगाने को अनुचित
इल्तिजा मुफ्ती ने कहा मां को चपातियों के बीच चिट्ठी छिपाकर भेजती थी, महबूबा और उमर पर पीएसए लगाने को अनुचित

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर पीएसए को अन्यायोचित ठहराया। इल्तिजा ने आरोप लगाया कि उमर और महबूबा पर भड़काऊ बयानबाजी के लिए पीएसए लागू नहीं हुआ है। उनका अपराध जम्मू कश्मीर में केंद्र सरकार की कार्रवाईयों पर सवाल उठाना है।

इल्तिजा ने आरोप लगाया है कि उन्हें उनकी मां से बात नहीं करने दी जाती थी और वह अपनी मां को चपातियों के बीच चिट्ठी छिपाकर भेजती थी। पांच अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कई नेताओं को एहतियातन हिरासत में लिया गया था। इनमें से कइयों को चरणबद्ध तरीके से रिहा किया जा चुका है।

वीरवार की शाम को उमर और महबूबा पर जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया है।इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी मां महबूबा के अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कई ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। पिछले वर्ष सितंबर माह से इल्तिजा ही अपनी मां की तरफ से उनका ट्विटर हैंडल संचालित कर रही हैं। इल्तिजा ने ट्विटर पर बीते छह माह के अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए लिखा है कि मां (महबूबा) को नजरबंद करने के बाद पूरे परिवार को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा।

कई दिनों तक पता नहीं चला कि मां कैसी है। कुछ दिन बाद उनके लिए भिजवाए गए टिफिन में उनके हाथ की लिखी एक पर्ची मिली। इसमें उन्होंने लिखा था कि सरकार ने मुझसे अंडरटे¨कग ली है कि मैं बातचीत के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करूंगी। अगर कोई दूसरा करता है तो उस पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज होगा। मैं तुम्हे बहुत याद करती हूं, ढेर सारा प्यार।

इल्तिजा ने बताया कि जब मेरी मां की पहली चिट्ठी मुझे मिली तो हमें यह समझ में नहीं आ रहा था कि जवाब कैसे भेजा जाए। मेरी नानी ने एक अनूठा रास्ता सुझाया, मैंने जो खत लिखा, वह एक छोटी सी पर्ची पर लिखा और उसे अच्छी तरह मोड़कर एक चपाती के भीतर छिपाया गया। यह सिलसिला कुछ दिनों तक चला। बता दें कि महबूबा के लिए घर से खाना भेजने की सुविधा प्रशासन ने दी थी।इल्तिजा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, उमर और महबूबा को जम्मू कश्मीर में केंद्र की कार्रवाईयों पर सवाल उठाने पर ही पाीएसए लगाया गया है। सीधा और स्पष्ट संदेश है कि भाजपा की ¨नदा करने वाला अपने नुकसान का खुद जिम्मेदार होगा।

एक अन्य ट्वीट में इल्तिजा ने लिखा कि भाजपा के बेतुके कदमों पर सवाल करने पर आप राष्ट्रविरोधी होंगे। आसानी से प्रभावित होने वाला मीडिया भी लोगों के बीच छात्रों, कश्मीरियों और मुस्लिमों को टुकड़े-टुकड़े गैंग साबित करने का दोषी है। अंग्रेजों ने भारत को 1947 में विभाजित किया और गोडसे को पूजने वाली पार्टी आज फिर इतिहास दोहरा रही है। मेरी मां को पाकिस्तानी कहा गया, लेकिन यह भी विडंबना है कि अगर पाकिस्तान को लेकर हंगामा न खड़ा किया गया होता तो भाजपा के लिए एक सीट भी जीतना नामुमकिन था। 

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