IIM जम्मू और डीआइसीसीआइ ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए, उद्यमिता विकास को बढ़ावा देंगे

दोनों संस्थानों के बीच तालमेल और देश में उद्यमिता विकास को बढ़ावा देना है विशेषकर सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए। उधमी विकास को बढ़ावा दिया जाएग। आइआइएम जम्मू के निदेशक प्रो. बीएस सहाय और डीआइसीसीआइ के राष्ट्रीय प्रधान रवि कुमार नारा ने एमओयू पर हस्ताक्षर।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:08 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:08 PM (IST)
IIM जम्मू और डीआइसीसीआइ ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए, उद्यमिता विकास को बढ़ावा देंगे
आइआइएम जम्मू के निदेशक प्रो. बीएस सहाय, डीआइसीसीआइ के राष्ट्रीय प्रधान रवि कुमार नारा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए ।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट (आइआइएम) जम्मू ने दलित इंडियन चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (डीआइसीसीआइ) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। आइआइएम जम्मू के कैनाल रोड कैंपस में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

एमओयू पर हस्ताक्षर करने का मकसद दोनों संस्थानों के बीच तालमेल और देश में उद्यमिता विकास को बढ़ावा देना है विशेषकर सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए। उधमी विकास को बढ़ावा दिया जाएग। आइआइएम जम्मू के निदेशक प्रो. बीएस सहाय और डीआइसीसीआइ के राष्ट्रीय प्रधान रवि कुमार नारा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए । एमओयू पर हस्ताक्षर करते हुए नारा ने उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका की तरह ही देश को विकास के पथ पर आगे ले जाना है। इस दिशा में उद्यमी विकास को बढ़ावा देना जरूरी है।

डीआइसीसीआइ के उप प्रधान संजीव ढांगी ने कहा कि एमओयू के जरिए इनक्यूबेशन सेंटर को धनराशि दी जाएगी। फैक्लटी के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जाएगा और उद्यमी विकास के लिए अतिरिक्त धनराशि लाई जाएगी। आइआइएम जम्मू के निदेशक प्रो. सहाय ने कहा कि समाज के कमजोर तबके के लोगों के विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। आइआइएम जम्मू के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन डॉ मिलिंद कांबले ने कहा कि समाज के कमजोर तबके के लोगों की मदद के लिए आगे बढ़ा जाएगा। 

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