Jammu Kashmir Land Law: नए भूमि कानून के खिलाफ हुर्रियत का कश्मीर बंद
वहीं प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस व सुरक्षाबलों के जवान तैनात किए हुए हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा अणिक मजबूत की गई है। कई जगहों पर एहतियात के तौर पर तारबंदी की गई है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: नए भूमि कानून के खिलाफ हुर्रियत कांफ्रेंस के बंद का जनजीवन पर असर देखने को मिला। बंद का आह्वान मीरवाइज उमर फारूक किे गुट ने किया था। केंद्र सरकार ने कुछ दिन पूर्व नए भूमि कानून लागू कर सभी को जम्मू कश्मीर में भूमि खरीदने का अधिकार दे दिया तो तभी से इसका विरोध कश्मीर में शुरू हो गया था। हुर्रियत ने शनिवार को बंद का आह्वान कर दिया था। इसका असर भी देखने को मिल रहा हे।
श्रीनगर में अधिकांश दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप बंद पड़े हुए हें। सार्वजनिक परिवहन भी सड़कों पर नजर नहीं आ रहा है। हालांकि निजी गाड़ियां और आटो रिक्शा कई जगहों पर चलते हुए देखे जा सकते हैं। श्रीनगर के अलावा अन्य कई जिलों में भी इसी तरह का नजारा है।
वहीं प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस व सुरक्षाबलों के जवान तैनात किए हुए हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा अणिक मजबूत की गई है। कई जगहों पर एहतियात के तौर पर तारबंदी की गई है। वहीं हुर्रियत ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार एक के बाद एक नए कानून लागू कर जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों का हनन कर रही है।
केंद्र सरकार को चाहिए था कि वे यहां के लाखों लोगों को साथ लेकर उनकी समस्याओं का समाधान करती लेकिन ऐसा न करके सरकार कानून जबरदस्ती थोप रही है। उन्होंने इन सभी कानूनों को जम्मू-कश्मीर के लाेगों के खिलाफ करार दिया और कहा कि यह बंद लोगों के आक्रोश को दिखाने के लिए किया गया था। इसको देखते हुए सरकार को नए भूमि कानून को तुरंत वापिस लेना चाहिए। गाैरतलब है कि नए भूमि कानूनों का कश्मीर में भारी विरोध हो रहा है। हुर्रियत के अलावा नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी भी विरोण कर रही है और इसे वापिस लेने की मांग कर रही है।