Jammu Kashmir: डीपीसी नहीं होने से नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने किया स्वास्थ्य निदेशालय में प्रदर्शन

जम्मू-कश्मीर मेडिकल इंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले जम्मू संभाग के विभिन्न भागों से कर्मचारी शनिवार को स्वास्थ्य निदेशालय पहुंचे। उन्होंने स्वास्थ्य निदेशक जम्मू सहित कइयों के खिलाफ नारेबाजी की।सूदन ने कहा कि इस साल 5 अगस्त को फेडरेशन नेताओं और विभागीय पदोन्नति समिति के सदस्यों के बीच समझौता हुआ था।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 03:43 PM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 03:43 PM (IST)
Jammu Kashmir: डीपीसी नहीं होने से नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने किया स्वास्थ्य निदेशालय में प्रदर्शन
जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य कर्मियों ने स्वास्थ्य निदेशालय में एकत्रित होकर नारेबाजी की।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। विभागीय पदोन्नति सहित कई मांगों को लेकर जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य कर्मियों ने शनिवार को सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। स्वास्थ्य कर्मियों ने स्वास्थ्य निदेशालय में एकत्रित होकर नारेबाजी की और सरकार सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज होगा। उन्होंने सोमवार से भूख हड़ताल शुरू करने के अलावा अभी तक विभागीय पदोन्नति न होने की जांच करवाने की मांग भी की।

जम्मू-कश्मीर मेडिकल इंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले जम्मू संभाग के विभिन्न भागों से कर्मचारी शनिवार को स्वास्थ्य निदेशालय पहुंचे। उन्होंने स्वास्थ्य निदेशक जम्मू सहित कइयों के खिलाफ नारेबाजी भी की। फेडरेशन के प्रधान सुशील सूदन ने कहा कि इस साल 5 अगस्त को फेडरेशन नेताओं और विभागीय पदोन्नति समिति के सदस्यों के बीच समझौता हुआ था। उसमें तत्कालीन वित्तीय आयुक्त स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा अटल ढुल्लू भी मौजूद थे। लेकिन बावजूद इसके अभी तक पदोन्नतियों के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। सूदन ने कहा कि ढुल्लू ने आश्वासन दिया था कि 15 दिनों के भीतर विभागीय पदोन्नति के नियम बनाए जाएंगे। इसी आश्वासन के बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने हड़ताल वापस ली थी। मगर प्रशासनिक विभाग नियम बनानेे में विफल रहा। अब उनके पास आंदोलन करने के अलावा कोई भी विकल्प नहीं था। इसीलिए वह प्रदर्शन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कई कर्मचारी बिना पदोन्नति का लाभ लिए ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए कि आखिर क्यों पदोन्नतियां नहीं हुई। उन्होंने एसआरओ-बीस में संशोधन न होने का भी आरोप लगाया। सूदन ने यह भी कहा कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा कोविड में स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाओं को देखते डाक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, ड्राइवर और चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को जो रुपये पुरस्कार के रूप में देने की घोषणा हुई थी, उस पर भी अभी कोई फैसला नहीं हुआ। प्रदर्शन के दौरान प्रफुल्लित सिंह, आरपी सिंह, भारत भूषण भगत, मदन लाल शर्मा, असलम भाई, मोहम्मद नदीम, संजय खजूरिया, जरनैल सिंह, हरपाल सिंह, कमल साहनी, धमेंद्र सिंह, पवन सिंह जम्वाल भी मौजूद थे।  

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