स्वस्थ समाज, महिला सशक्तीकरण के लिए 13 किमी की लगाई दौड़

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की वक्फ विकास समिति की अध्यक्ष डा. दरक्षा अंद्राबी और फिक्की जम्मू-कश्मीर की अध्यक्ष रानी रितु ¨सह ने जम्मू के हरि निवास पैलेस से में मैराथन दौड़ को हरी झंडी दिखाई। दूसरी दौड़ अमर पैलेस से बतरा अस्पताल तक लगाई गई।

By Edited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 03:29 PM (IST)
स्वस्थ समाज, महिला सशक्तीकरण के लिए 13 किमी की लगाई दौड़
तीसरी तीन किलोमीटर की दौड़ हरि पैलेस गेट से पंजतीर्थी गेट तक लगाई गई।

जम्मू, जागरण संवाददाता : महिला सशक्तीकरण और फिट और स्वस्थ समाज के लिए जागरूकता संदेश देने के उद्देश्य से रविवार को मैराथन का आयोजन किया गया। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की वक्फ विकास समिति की अध्यक्ष डा. दरक्षा अंद्राबी और फिक्की जम्मू-कश्मीर की अध्यक्ष रानी रितु ¨सह ने जम्मू के हरि निवास पैलेस से में मैराथन दौड़ को हरी झंडी दिखाई। 13 किलोमीटर की दौड़ हरि पैलेस से राज भवन गेट, ठंडी सडक, सिदड़ा पुल, हांडा शो रूम, बतरा अस्पताल, ग्रैंड हिल से वापस हरि पैलेस पहुंची।

दूसरी दौड़ अमर पैलेस से बतरा अस्पताल तक लगाई गई। तीसरी तीन किलोमीटर की दौड़ हरि पैलेस गेट से पंजतीर्थी गेट तक लगाई गई। मैराथन में भाग लेने वाले एथलीट काफी उत्साहित दिखे। उनका कहना था कि इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए। डा. दरक्षा अंद्राबी ने दौड़ को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा कि आधुनिक समय में महिलाओं ने अपनी शक्ति और क्षमता से साबित कर दिया है कि वे अब हताश और कमजोर नहीं हैं। वह हमेशा समाज का सहारा रही हैं और मार्गदर्शन करती रही हैं। उनमें इतनी क्षमता है कि वह किसी भी क्षेत्र में अपने आप को साबित कर सकती हैं।

डा. अंद्राबी ने कहा कि महिला ने अबला नारी के मिथक को तोड़ दिया है। आज वह नेतृत्व कर रही हैं। इस दौड़ का आयोजन फिक्की ने समाज में महिला सशक्तीकरण का संदेश देने के लिए किया था। 13 किलोमीटर लंबी दौड़ में जम्मू से सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया और कुछ पुरुष धावकों ने भी महिला शक्ति के साथ एकजुटता से दौड़ में भाग लिया। रानी रितु ¨सह ने कहा कि फिक्की कई वर्ष से महिला सशक्तीकरण और फिट और स्वस्थ समाज के लिए क्षेत्र में काम कर रही है। भारतीय महिला ने जीवन के हर क्षेत्र में अपनी क्षमता दिखाई है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा और सूचना तंत्र ने भारतीय महिलाओं को उनके अधिकारों और उनकी क्षमताओं के बारे में जागरूकता से लैस किया है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। डा. दरक्षा अंद्रावी ने कहा कि भारतीय नारी शक्ति ने हाल ही में टोक्यो ओलिंपिक में हमें सम्मान दिलाया है। युवा अंकिता रैना, सरला देवी जैसे खिलाड़ी जम्मू-कश्मीर की युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा हैं और हम सभी को जम्मू-कश्मीर में प्रतिभाशाली लड़कियों को विभिन्न खेल आयोजनों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है ताकि एक तरफ वे सशक्त महसूस करें। दूसरी ओर केंद्र शासित प्रदेश की अधिक महिला शक्ति को प्रेरित किया जाए। इस अवसर पर कई गणमान्य नागरिक एवं हस्तियां मौजूद रहीं।

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