राज्यपाल एनएन वोहरा ने कहा - अमरनाथ श्रद्धालुओं को डरने की बिल्‍कुल जरूरत नहीं है

राज्यपाल एनएन वोहरा ने वीरवार को अमरनाथ श्रद्धालुओं से कहा कि डर की कोई बात नहीं है। यहां शांति और सुरक्षा का माहौल है। श्रद्धालु बढ़-चढ़ कर यात्रा में आएं।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Fri, 29 Jun 2018 09:49 AM (IST) Updated:Fri, 29 Jun 2018 02:49 PM (IST)
राज्यपाल एनएन वोहरा ने कहा - अमरनाथ श्रद्धालुओं को डरने की बिल्‍कुल जरूरत नहीं है
राज्यपाल एनएन वोहरा ने कहा - अमरनाथ श्रद्धालुओं को डरने की बिल्‍कुल जरूरत नहीं है

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। राज्यपाल एनएन वोहरा ने वीरवार को अमरनाथ श्रद्धालुओं से कहा कि डर की कोई बात नहीं है। यहां शांति और सुरक्षा का माहौल है। श्रद्धालु बढ़चढ़ कर यात्रा में आएं।

गौरतलब है कि समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा स्थित है। वीरवार से शुरू हुई वार्षिक यात्रा दो माह तक चलेगी। बीते साल श्रद्धालुओं पर हुए हमले का संज्ञान लेते हुए इस बार सुरक्षा के अभूतपूर्व प्रबंध किए हैं।

सुबह पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के प्रथम दर्शन और पूजा में शामिल होने के बाद बातचीत में राज्यपाल एनएन वोहरा ने कहा कि मैं यहां से सभी श्रद्धालुओं को संदेश देना चाहता हूं कि यात्रा को लेकर सुरक्षा के सभी बंदोबस्त किए गए हैं। श्रद्धालुओं को किसी भी बात को लेकर आशंकित होने या डरने की जरूरत नहीं है।

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष व राज्यपाल एनएन वोहरा ने कहा कि यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त हैं। श्रद्धालुओं के ठहरने, खाने-पीने के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं का भी पूरा प्रबंध किया है। 

आतंकी हमले से निपटने को तैयार जवान

लखनपुर से बालटाल और नुनवन तक सड़क पर गश्त करते सीआरपीएफ और सेना के जवान यात्रा को लेकर पूरी तरह चौकस हैं। आधार शिविरों में ही नहीं, यात्रा मार्ग पर कुछ खास स्थानों पर भी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को नियंत्रण कक्ष में देखकर निगरानी की जा रहा है। श्रद्धालुओं के जत्थे में शामिल वाहनों पर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक चिप व काफिले के आगे-पीछे बुलेट प्रूफ वाहनों में सुरक्षाबलों के जवान, किसी भी आतंकी हमले को नाकाम बनाने के लिए चौकसी बरत रहे हैं।

श्री अमरनाथ यात्रा के लिए करीब सवा दो लाख श्रद्धालु अब तक पंजीकरण करा चुके हैं। राज्य पुलिस के एक आलाधिकारी ने बताया कि इस बार यात्रा मार्ग पर ही राज्य पुलिस और अर्धसैनिकबलों के 40 हजार से ज्यादा जवान व अधिकारी तैनात हैं। इनके अलावा सेना के चार से पांच हजार जवान और अधिकारी यात्रा के सुरक्षा कवच को मजबूत बनाने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि श्री अमरनाथ यात्रा हमेशा आतंकियों के निशाने पर रहती है। इस बार पहले से कहीं ज्यादा खतरा है। हम कोई चूक नहीं चाहते इसलिए श्रद्धालुओं को सुरक्षा, विश्वास व शांति का माहौल प्रदान करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।

यात्रा मार्ग, आधार शिविरों और आसपास के इलाकों में ड्रोन के जरिए भी नजर रखी जा रही है। श्रद्धालुओं के प्रत्येक वाहन की निगरानी के लिए उस पर आरएफआईडी टै¨गग की जा रही है। यात्रा मार्ग को लगातार खंगाला जा रहा है ताकि आतंकी वहां किसी तरह से बारूदी सुरंग या आईईडी न लगा सकें। श्री अमरनाथ की यात्रा की सुरक्षा में प्रमुख भूमिका निभा रही सीआरपीएफ की 73वीं वाहिनी के कमांडर पीपी पाले ने बताया कि पहली बार श्रद्धालुओं के वाहनों की आरएफआईडी टै¨गग हो रही है। अगर वह वाहन कहीं रास्ता भटक जाता है या खराब हो जाता है या किसी अन्य मुसीबत में आता है तो उसी समय हमारी क्यूआरटी उस तक पहुंचेगी।

श्रीनगर एयरपोर्ट पर श्रद्धालुओं के वाहनों की टै¨गग के लिए कक्ष बनाया है। इस बार किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बाइक सवार जवानों की क्यूआरटी भी यात्रा मार्ग पर तैनात की जा रही है। बीमार यात्रियों की मदद के लिए एंबुलेंस की संख्या बढ़ाई गई है। यात्रा मार्ग पर मोबाइल बुलेट प्रूफ बंकर और निगरानी चौकियां भी स्थापित की गई हैं। महाननिदेशक सीआरपीएफ आरआर भटनागर भी यात्रा प्रबंधों की समीक्षा के लिए कश्मीर आ रहे हैं।

सेना, पुलिस व सुरक्षाबलों के होते नहीं किसी आतंकवादी का डर

जब तक बाबा बुलाते रहेंगे, वे इसी तरह बाबा के दर्शन के लिए आते रहेंगे। भारतीय सेना, राज्य पुलिस और उनकी सुरक्षा में तैनात विभिन्न सुरक्षाबलों के जवानों के होते उनको किसी आतंकवादी से कोई भय नहीं है। जोश से लबरेज अमरनाथ जा रहे श्रद्धालुओं ने यह बात टिकरी में मीडिया कर्मियों से कही। पटियाला से बाबा के दर्शन के लिए जा रहे जगन्नाथ ने बताया कि चालक सहित आठ लोग बाबा के दर्शन को जा रहे हैं। वहीं, पंजाब से पहले जत्थे में शामिल देवेंद्र कुमार ने बताया कि वह 22वीं बाबा अमरनाथ यात्रा पर जा रहे हैं।

श्रीगंगानगर, राजस्थान से यात्रा के पहले जत्थे में शामिल ललित रतवाया ने बताया कि वह भी अपने परिवार के लोगों सहित बाबा की यात्रा पर जा रहे हैं। सभी यात्रियों में बाबा के दर्शन को जा रहे पहले जत्थे में शामिल होने की खुशी और जोश साफ झलक रहा था। बम-बम भोले के जयघोष के बीच उत्साहित श्रद्धालुओं ने बताया कि वे कश्मीर की वादी में भोले की शादी में जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भोलेनाथ जब तक बुलाएं उनके जैसे शिवभक्त बाबा के दर्शनों के लिए आते रहेंगे। आतंकवाद भोले के प्रति उनकी आस्था को नहीं डिगा सकता। सभी ने कहा कि भारतीय सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, आइटीबीपी सहित अन्य सभी सुरक्षाबलों पर उनको पूरा भरोसा है। उनके होते कोई आतंकवादी उनका बाल भी बांका नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि वे सभी अमरनाथ जी की पवित्र यात्रा के कुशल व शुभ होने काम करते हैं।

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