जम्मू कश्मीर बैंक के पूर्व चेयरमैन परवेज अहमद को भ्रष्टाचार के मामले में जमानत मिली
भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे जम्मू कश्मीर बैंक के पूर्व चेयरमैन और प्रबंध निदेशक परवेज अहमद को अदालत ने जमानत प्रदान कर दी। परवेज अहमद को बीते वर्ष भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था। जमानत याचिका एडवाेकेट इश्तियाक अहमद खान ने भ्रष्टाचार निरोधक विशेष अदालत श्रीनगर में दायर की थी।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे जम्मू कश्मीर बैंक के पूर्व चेयरमैन और प्रबंध निदेशक परवेज अहमद को अदालत ने जमानत प्रदान कर दी। परवेज अहमद को बीते वर्ष भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था।
संबंधित सूत्रों ने बताया कि परवेज अहमद की जमानत याचिका एडवाेकेट इश्तियाक अहमद खान ने भ्रष्टाचार निरोधक विशेष अदालत श्रीनगर में दायर की थी। उन्होंने परवेज अहमद को जमानत प्रदान करने का आग्रह करते हुए अदालत को यकीन दिलाया कि वह जांच मे हर प्रकार से सहयोग करेंगे। उन्होंने कोरोना संक्रमण का भी हवाला दिया।
अदालत ने सभी तथ्यों और दलीलों पर गौर करने के बाद परवेज अहमद को एक लाख रुपये के बांड के आधार पर अंतरिम जमानत प्रदान कर दी। इसके साथ ही उन्हें निर्देश दिया गया कि जब कभी भी जांच अधिकारी उन्हें बुलाएं, वह जांच के लिए हाजिर हों। उन्हें जांच के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक बुलाया जा सकता है।
गौरतलब है कि गत 8 जून 2019 को जम्मू कश्मीर बैंक के अध्यक्ष परवेज अहमद को बैंक के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था। वित्त विभाग के अतिरिक्त सचिव विशाल शर्मा द्वारा जारी आदेश में कहा गया था कि परवेज अहमद को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के डायरेक्टर पद से हटा दिया गया है और इस वजह से परवेज अब बैंक के चेयरमैन और बोर्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर भी नहीं रहेंगे।
इस पूरे घटनाक्रम के उपरांत अभी कुछ घंटे ही बीते थे कि जेके बैँक के श्रीनगर स्थित मुख्यालय में विजिलेंस आग्रेनाइजेशन कश्मीर की छापेमारी ने सनसनी फैला दी थी। इसके उपरांत सरकार ने आरके छिब्बर को जम्मू कश्मीर बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का डायरेक्टर मनोनीत किया थ। यहां यह बताना जरूरी है कि वर्ष 2016 में तत्कालीन भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार में परवेज अहमद को जेएंडके बैंक के चेयरमैन के रूप में नियुक्त किया गया था।