Jammu Farmers: बर्बाद फसल का आकलन नहीं करने पर भड़के किसान

भाजपा भारतीय किसान संघ के राज्य प्रधान सतीश भारती ने कहा है कि कृषि विभाग प्रभावित किसानों को आंकड़ों के जाल में उलझाने के बजाया उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा दिलवाए। किसानों को कभी राजस्व विभाग तो कभी बैंक के पास भेजा जा रहा है।

By Edited By: Publish:Mon, 01 Nov 2021 07:11 AM (IST) Updated:Mon, 01 Nov 2021 09:40 AM (IST)
Jammu Farmers: बर्बाद फसल का आकलन नहीं करने पर भड़के किसान
आरएसपुरा ब्लाक की बासपुर पंचायत के किसानों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर चेतावनी दी

आरएसपुरा, संवाद सहयोगी : 23 अक्टूबर को ओलावृष्टि और मूसलाधार बारिश से नष्ट हुई धान की फसल का अब तक आकलन नहीं करने पर रविवार को किसानों का गुस्सा भड़क गया। आरएसपुरा ब्लाक की बासपुर पंचायत के किसानों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जल्द किसानों को मुआवजा नहीं दिया तो वे इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे।

सरपंच सुखदेव ¨सह ने कहा कि एक हफ्ते बाद भी उनके गांव में कृषि या राजस्व विभाग की कोई टीम नहीं आई है। सरकार कह रही है कि वह नुकसान का आकलन करवा रही है, लेकिन जब अधिकारी गांव में ही नहीं आएंगे तो वे भला नुकसान का मुआवजा किस आधार पर देंगे। सरपंच ने बताया कि कई क्षेत्रों में मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन उनकी पंचायत के किसान अब भी अधिकारियों के आने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन को मुआवजा देने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाना चाहिए और सूची बनाने की जिम्मेदारी पंचायत प्रतिनिधियों को सौंपी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पंचायत में नियुक्त पटवारी का कोई पता नहीं है, जबकि प्रशासन द्वारा किसानों से जमीन की नकल तथा अन्य कागजात मांगे जा रहे हैं। सरपंच ने कहा कि किसानों को बिजली भी निश्शुल्क देने के साथ-साथ पुराने बिजली बिल पूरी तरह से माफ होने चाहिए। प्रदर्शन में पंच कुलदीप कुमार, अशोक कुमार, संध्या देवी, पृथ्वी ¨सह, सरफा राम, कैप्टन रूप ¨सह, प्रेमलाल आदि लोग उपस्थित रहे।

किसानों को जल्द मुआवजा दे सरकार

संवाद सहयोगी, बिश्नाह: भाजपा भारतीय किसान संघ के राज्य प्रधान सतीश भारती ने कहा है कि कृषि विभाग प्रभावित किसानों को आंकड़ों के जाल में उलझाने के बजाया उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा दिलवाए। किसानों को कभी राजस्व विभाग तो कभी बैंक के पास भेजा जा रहा है। इससे किसान परेशान हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के पास हर किसान का रिकार्ड है। इसलिए वह किसानों को परेशान करने के बजाय, हर प्रभावित किसान को मुआवजा जारी करे। उन्होंने कहा कि किसान इतना ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं होता है कि वह आंकड़ों के खेल को समझ सके। इसलिए उसे परेशान नहीं किया जाए।

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