Jammu Kashmir: नए डिग्री कालेज खुलने के बाद भी विद्यार्थी उच्च शिक्षा हासिल करने से महरूम, 5000 को नहीं मिला दाखिला

विद्यार्थियों के प्रदर्शन के बाद एक हजार के करीब सीटों को बढ़ाया गया। इस दौरान जम्मू शहर में खोले गए चार नए डिग्री कालेजों में दाखिला के लिए अंतिम तिथि को बढ़ाया लेकिन नए कालेजों में ढांचागत सुविधाओं का अभाव होने के कारण बहुत कम सीटों को भरा गया।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 14 Nov 2020 12:20 PM (IST) Updated:Sat, 14 Nov 2020 12:20 PM (IST)
Jammu Kashmir: नए डिग्री कालेज खुलने के बाद भी विद्यार्थी उच्च शिक्षा हासिल करने से महरूम, 5000 को नहीं मिला दाखिला
जम्मू-कश्मीर सरकार ने पिछले साल जम्मू कश्मीर में 52 नए कालेज खोले थे

जम्मू, राज्य ब्यूराे: जम्मू-कश्मीर में नए डिग्री कालेज खोले जाने के बावजूद हजारों विद्यार्थी उच्च शिक्षा हासिल करने से महरूम रह गए है। इस बार करीब पांच हजार विद्यार्थियों को कालेजों में अंडर ग्रेजुएट के पहले सेमेस्टर में दाखिला नहीं मिल पाया है।

कोरोना से उपजे हालात के बावजूद कलस्टर विश्वविद्यालय जम्मू के अधीन आने वाले कामर्स कालेज, साइंस कालेज, मौलाना आजाद मेमोरियल कालेज और महिला कालेज गांधी नगर में 13 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने आन लाइन आवेदन किया। सीटें थी मात्र 4500।

विद्यार्थियों के प्रदर्शन के बाद एक हजार के करीब सीटों को बढ़ाया गया। इस दौरान जम्मू शहर में खोले गए चार नए डिग्री कालेजों में दाखिला के लिए अंतिम तिथि को बढ़ाया लेकिन नए कालेजों में ढांचागत सुविधाओं का अभाव होने के कारण बहुत कम सीटों को भरा गया। कुंजवानी डिग्री कालेज में तो प्री फैबरीकेटड ढांचा तैयार था लेकिन नगरोटा, भगवती नगर और सिद्धड़ा के पास अभी तक अपनी जगह नहीं है इसलिए बहुत कम विद्यार्थियों को इनमें जगह मिली।

हालत यह है कि नवंबर महीने के मध्य में पहुंच जाने के बावजूद हजारों विद्यार्थी दाखिला मिलने की उम्मीद में कालेजों के चक्कर काट रहे है। विश्वविद्यालय जाकर जानकारी हासिल कर रहे है। अनुमान के अनुसार पांच हजार से अधिक विद्यार्थी ऐसे है जो दाखिला नहीं ले पाए। इनमें कामर्स पढ़ने के इच्छुक सात सौ के करीब विद्यार्थी ऐसे है जिनका मेरिट सत्तर फीसद से कम नहीं है। इस बार कोरोना से उपजे हालात के कारण विद्यार्थियों का पढ़ाई का नुकसान पहले ही हो चुका है।

जम्मू-कश्मीर सरकार ने पिछले साल जम्मू कश्मीर में 52 नए कालेज खोले थे ताकि हर विद्यार्थी के घर तक उच्च शिक्षा पहुंच सके लेकिन उनके सपने साकार नहीं हुए है। सरकार ने पहले से स्थापित कालेजों में ढांचागत सुविधाएं बढ़ाने के प्रबंध नहीं किए। अधिकतर विद्यार्थी की पसंद अभी भी पहले से जम्मू में स्थापित साइंस कालेज, कामर्स कालेज, महिला कालेज गांधी नगर, महिला कालेज परेड और मौलाना आजाद मेमाेरियल कालेज ही हैं। 

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