Jammu Kashmir: पीडीपी अध्यक्ष पद के चुनाव कल, महबूबा के सामने कोई नहीं, 31 अक्टूबर 2020 को समाप्त हो चुका है कार्यकाल

सोमवार की दोपहर को एक बजे गांधी नगर स्थित पीडीपी कार्यालय में जम्मू प्रांत के नेता व कार्यकर्ता जो मतदान के अधिकारी हैं बैठक में हिस्सा लेंगे। श्रीनगर में चुनाव संबंधी बैठक महबूबा के निवास पर ही होगी। महबूबा मुफ्ती का कार्यकाल 31 अक्टूबर 2020 को समाप्त हो चुका है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 09:28 AM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 09:28 AM (IST)
Jammu Kashmir: पीडीपी अध्यक्ष पद के चुनाव कल, महबूबा के सामने कोई नहीं, 31 अक्टूबर 2020 को समाप्त हो चुका है कार्यकाल
मौजूदा अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती का कार्यकाल 31 अक्टूबर 2020 को समाप्त हो चुका है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : अपने वजूद को बचाने में जुटी पीडीपी में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव सोमवार को होने जा रहे हैं। मौजूदा अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती का कार्यकाल 31 अक्टूबर 2020 को समाप्त हो चुका है। अलबत्ता, उन्हेंं सर्वसम्मति से दोबारा अध्यक्ष चुने जाने की पूरी संभावना है।

दोबारा अध्यक्ष बनने पर महबूबा पीडीपी की कोर समिति, राजनीतिक सलाहकार समिति व अन्य विंगों के पदाधिकारियों को मनोनीत करें। महबूबा ने अध्यक्ष का कार्यभार तीन साल पहले संभाला था। उनका कार्यकाल बीते साल 31 अक्टूबर को समाप्त हो गया था, लेकिन कोरोना प्रोटोकाल लागू होने के कारण पीडीपी में चुनाव नहीं हो सका था। अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में कोई दूसरा नेता हिस्सा लेता नजर नहीं आ रहा है। इसलिए महबूबा को अगले तीन साल के लिए 22 फरवरी 2024 तक सर्वसम्मति फिर से कमान मिलने की पूरी संभावना है।

अध्यक्ष के चुनाव के लिए जम्मू और कश्मीर प्रांत में पीडीपी के 150 नेता ही मतदान में भाग लेंगे। सोमवार की दोपहर को एक बजे गांधी नगर स्थित पीडीपी कार्यालय में जम्मू प्रांत के नेता व कार्यकर्ता जो मतदान के अधिकारी हैं, बैठक में हिस्सा लेंगे। श्रीनगर में चुनाव संबंधी बैठक महबूबा के निवास पर ही होगी।

जम्मू में पूर्व एमएलसी सुरेंद्र चौधरी को निर्वाचन अधिकारी और सतपाल चाढ़क को पर्यवेक्षक बनाया है। कश्मीर में पीडीपी के चुनाव बोर्ड के अध्यक्ष एआर वीरी की निगरानी में संबंधित प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। पीडीपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमें यकीन है कि संगठन में सभी महबूबा के नेतृत्व में आस्था रखते हैं। वह पार्टी को चलाने में पूरी तरह समर्थ हैं। सोमवार को मतदान की संभावना नाममात्र ही है, मुझे लगता है कि सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर महबूबा को अगले तीन साल के लिए अध्यक्ष बनाया जाएगा।

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