Eid-ul-Adha 2021: दो साल बाद साझा हुई ईद की खुशिया, IB-LoC भारत-पाकिस्तान में मिठाइयों का आदान-प्रदान

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में ईद पर सरहद के रक्षकों ने दो साल के बाद पड़ौसी देश के साथ त्यौहार की खुशियां साझा की। अंतरराष्ट्रीय सीमा के छह सेक्टरों के साथ LoC पर भी कई जगहों पर भारत-पाकिस्तान के बीच मिठाईयों का आदान-प्रदान कर शांति बनाए रखने का विश्वास दिलाया।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 06:04 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 06:06 PM (IST)
Eid-ul-Adha 2021: दो साल बाद साझा हुई ईद की खुशिया, IB-LoC भारत-पाकिस्तान में मिठाइयों का आदान-प्रदान
फरवरी 2019 के बाद पहली बार आईबी पर दोनों देशों के बीच मिठाईयों का अदान प्रदान हुआ है।

जम्मू, जेएनएन। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में ईद पर सरहद के रक्षकों ने दो साल के बाद पड़ौसी देश के साथ त्यौहार की खुशियां साझा की। अंतरराष्ट्रीय सीमा के छह सेक्टरों के साथ नियंत्रण रेखा पर भी कई जगहों पर भारत, पाकिस्तान के बीच मिठाईयों का आदान-प्रदान कर शांति बनाए रखने का विश्वास दिलाया गया।

वर्ष 2019 में पुलवामा बस हमले के बाद से दोनों देशों के बीच सरहद पर मिठाई के अदान प्रदान की प्रक्रिया को रोक दिया गया था। अब पाकिस्तान की ओर से सरहद पर गोलीबारी बंद करने से शांत हुई सीमाओं पर एक बार फिर दोनों देशों के बीच ईद के त्योहार की खुशियां बांटने की मुहिम शुरू हो गई है।

जम्मू संभाग में 192 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बुधवार को कठुआ के हीरानगर, सांबा, रामगढ़, आरएसपुरा, अरनिया व परगवाल सेक्टरों में सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने पाकिस्तानी रेंजर्स को मिठाई भेंट की। सीमा सुरक्षा बल के डीआईजी एसपीएस संधु ने बताया कि फरवरी 2019 के बाद पहली बार आईबी पर दोनों देशों के बीच मिठाईयों का अदान प्रदान हुआ है। उन्होंने बताया कि काफी समय से सीमा पार से गोलाबारी न होने के कारण शांति है। ऐसे में किसान भी सामान्य तरह से खेतीवाड़ी कर पा रहे हैं।

वहीं बुधवार को जम्मू संभाग में नियंत्रण रेखा पर पुंछ जिले के पुंछ-रावलाकोट व मेंढर-हाट स्प्रिंग क्रासिंग प्वायंट पर भरतीय सेना व पाकिस्तानी सेना के बीच मिठाई बांट कर ईद की खुशी मनाई गई। जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवन्द्र आनंद ने बताया कि इस दौरान त्यौहार की खुशियां बांटने के साथ शांति बरकरार रखने का विश्वास भी दिलाया गया। दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम के समझौते के चलते यह विश्वास बहाली की दिशा में कार्रवाई थी।

chat bot
आपका साथी