प्रोमिला मन्हास के कविता संग्रह ‘फुल्लें लदोई रात रानी’ का डोगरी संस्था ने किया विमोचन

मुख्य अतिथि कालेज के प्रिंसिपल डा. एसपी सारस्वत थे। उन्होंने प्रोमिला मन्हास को बधाई देते हुए कहा कि कविता का यह बेहतरीन संग्रह वास्तव में समृद्ध डोगरी साहित्य के लिए स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि प्रोमिला की कविता उन लोगों के लिए प्रेरणा होगी जो अच्छी कविता लिखना चाहते।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sun, 03 Jul 2022 07:59 PM (IST) Updated:Sun, 03 Jul 2022 07:59 PM (IST)
प्रोमिला मन्हास के कविता संग्रह ‘फुल्लें लदोई रात रानी’ का डोगरी संस्था ने किया विमोचन
समारोह की अध्यक्षता डोगरी संस्था जम्मू के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा ने की।

जम्मू, जागरण संवाददाता : डोगरी और हिंदी की साहित्यकार प्रोमिला मन्हास के पहले डोगरी कविता संग्रह ‘फुल्लें लदोई रात रानी’ का जम्मू के गवर्नमेंट महिला कालेज परेड में डोगरी संस्था की ओर से विमोचन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कालेज के प्रिंसिपल डा. एसपी सारस्वत थे। उन्होंने प्रोमिला मन्हास को बधाई देते हुए कहा कि कविता का यह बेहतरीन संग्रह वास्तव में समृद्ध डोगरी साहित्य के लिए स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि विभिन्न विषयों पर प्रोमिला की कविता उन लोगों के लिए प्रेरणा होगी जो रचनात्मकता लिए अच्छी कविता लिखना चाहते हैं।

समारोह की अध्यक्षता डोगरी संस्था जम्मू के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा ने की। इस अवसर पर प्रोमिला मन्हास ने कहा कि पुस्तक का प्रकाशित होना हमेशा एक लेखक का सपना रहता है। वह काफी उत्साहित हैं कि उनका सपना आखिरकार सच हुआ। उन्होंने अपनी पुस्तक से कुछ कविताओं को पढ़कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रो. ललित मगोत्रा ने कहा कि प्रोमिला मन्हास लंबे समय से हिंदी और मातृभाषा डोगरी में लिख रही हैं। उनसे एक अच्छी किताब की लंबे समय से इंतजार था। यह प्रशंसनीय है कि उन्होंने ‘फुल्लें लदोई रात रानी’ के रूप में एक सुंदर रचना की है, जो इस कवयित्री की अपार क्षमता के बारे में बहुत कुछ कहती है। आशा है कि वह भविष्य में और भी कविता संग्रहों के साथ डोगरी साहित्य को समृद्ध करेंगी।

इस अवसर पर राजकुमार बहरुपिया द्वारा एक पत्र भी प्रस्तुत किया गया। जिसमें उन्होंने कवयित्री की साहित्यक यात्रा पर प्रकाश डालने के साथ पुस्तक का विस्तृत आलोचनात्मक विश्लेषण दिया। समारोह का संचालन प्रो. शशि पठानिया, उपाध्यक्ष डोगरी संस्था जम्मू द्वारा किया गया जबकि धन्यवाद प्रस्ताव राजेश्वर सिंह राजू, महामंत्री डोगरी संस्था जम्मू द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने सभी साहित्यकारों, साहित्य प्रेमियों, कवयित्री के परिवार के सदस्यों और अन्य उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों के साथ ही प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का भी धन्यवाद किया कि उन्होंने अपनी उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

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