ऑनलाइन 1.5 करोड़ पुस्तके पढ़ सकेगे राज्य के विद्यार्थी

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियो को डेढ़ करोड़ पुस्तके व पत्रिकाएं ऑनलाइन

By Edited By: Publish:Tue, 12 Dec 2017 03:01 AM (IST) Updated:Tue, 12 Dec 2017 03:01 AM (IST)
ऑनलाइन 1.5 करोड़ पुस्तके पढ़ सकेगे राज्य के विद्यार्थी
ऑनलाइन 1.5 करोड़ पुस्तके पढ़ सकेगे राज्य के विद्यार्थी

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियो को डेढ़ करोड़ पुस्तके व पत्रिकाएं ऑनलाइन पढ़ने का मौका मिलेगा। जम्मू-कश्मीर का लाइब्रेरीज एंड रिसर्च विभाग अपने प्रयासो से नेशनल डिजीटल लाइब्रेरीज ऑफ इंडिया से जुड़ने जा रहा है। राज्य के विद्यार्थियो और शिक्षाविदे को देश विदेश की पुस्तके व ज्ञान वर्धक पत्रिकाएं पढ़ने का मौका ही नही मिलेगा, बल्कि वे डाउनलोड भी कर पाएंगे। शिक्षा राज्यमंत्री प्रिया सेठी ने डिजीटल लाइब्रेरीज पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करने के बाद नेशनल डिजीटल लाइब्रेरीज ऑफ इंडिया से लाइब्रेरीज व रिसर्च विभाग को जोड़ने की प्रक्रिया पर कहा कि विद्यार्थियो को विभिन्न विषयो की पुस्तके सूचना तकनीक, साइंस, ह्यूमनटीज व कृषि संबंधी मैटेरियल पढ़ाई को मिलेगा। पीएचडी तक के विद्यार्थियो के लिए सुविधा उपलब्ध होगी। इनमे ई बुक्स, जनरल, लेख, थीसिस, आडियो वीडियो लेक्चर शामिल होगे। नेशनल डिजीटल लाइब्रेरीज ऑफ इंडिया जम्मू-कश्मीर के लाइब्रेरीज विभाग के स्टाफ को ट्रेनिंग भी देगी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रिया सेठी ने कहा कि विद्यार्थियो को पढ़ाई के सारे संसाधन ऑनलाइन उपलब्ध होगे। इंटरनेट के युग मे विद्यार्थियो को अधिक से अधिक सुविधाएं मिलनी चाहिए। जैसे ही हमारी सारी लाइब्रेरियां डिजीटल हो जाती है तो हम नेशनल डिजीटल लाइब्रेरीज ऑफ इंडिया से जुड़ जाएंगे। उसके बाद टीचिंग, लर्निग व रिसर्च की प्रक्रिया मे बदलाव आएगा।

डायरेक्टर लाइब्रेरीज मुख्तार-उल-अजीज ने कहा कि कहा कि राज्य मे सभी जिला व कुछ तहसील स्तर की लाइब्रेरियो को कंप्यूटरकृत कर दिया गया है। अब सभी लाइब्रेरियो को डिजीटल करने की प्रक्रिया तेजी के साथ चल रही है। आइआइटी खडगपुर के प्रोफेसर पारथा प्रीतम दास ने कहा कि केद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 2015 मे इस अहम प्रोजेक्ट को लांच किया था। इसका मकसद विद्यार्थियो को ऑनलाइन पुस्तके व अन्य पत्रिकाओ की आन लाइन सुविधाएं देना है।

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