Parliamentary Committee In Kashmir: सफीना और आनंद के बीच बैठक में बहस, सोनिया गांधी से कार्रवाई का आग्रह
श्रीनगर के मेयर जिला विकास परिषद ब्लाक विकास परिषद के अध्यक्षों के पंचायती राज संस्थान शहरी निकायों के प्रतिनिधियों से हुई बैठक में संविधान के 73वें व 74वें संशोधन को पूरी तरह से प्रभावी बनाकर ग्रामीण विकास को तेजी देने की मांग उठी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : प्रदेश के दौरे पर आई केंद्रीय गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा और जिला विकास परिषद बारामुला की अध्यक्ष सफीना बेग के बीच एक बैठक में बहस हो गई। सफीना बेग ने आनंद शर्मा पर असभ्य व्यवहार का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
पीपुल्स कांफ्रेंस ने भी इस मामले का नोटिस लेते हुए एक बयान जारी कर आनंद शर्मा के तथाकथित असभ्य व्यवहार की आलोचना की है। अलबत्ता, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा की तरफ से इस मामल पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है। सफीना बेग ने कहा कि बैठक के दौरान मैैं भूलवश आनंद शर्मा को संबोधित करते हुए उन्हेंं आनंद प्रताप सिंह कह गईं। इससे वह रुष्ट हो गए। हालांकि, मैंने अपने इस कथन के लिए खेद भी जताया, लेकिन उन्होंने एक महिला से शिष्टता का कोई ध्यान नहीं रखा।
वह गुस्सा हो गए और उन्होंने मुझे भला बुरा कह दिया। मैं उनसे इस व्यवहार की अपेक्षा नहीं रखती थी। मैं सोनिया गांधी से आग्रह करती हूं कि वह आनंद शर्मा के व्यवहार का नोटिस लें। वह एक महिला होने के नाते मेरी स्थिति समझ सकती हैं। पीपुल्स कांफ्रेंस ने भी इस मामले में आनंद शर्मा की आलोचना करते हुए कहा कि इससे पता चला है कि वह आज भी सामंतशाही सोच का शिकार हैं।
संसदीय समिति ने नए कश्मीर की टटोली नब्ज
जम्मू कश्मीर के चार दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंची गृह मामलों की संसदीय समिति ने अनुच्छेद 370 हटने के बाद जमीनी सतह पर कश्मीर की नब्ज को टटोला। लेह से श्रीनगर आई समिति ने बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था बनाने की दिशा में जानकारी लेने के साथ यह भी जाना कि बदल रहे कश्मीर में तेज विकास, रोजगार को लेकर केंद्र सरकार से क्या उम्मीदें हैं। कमेटी वीरवार को श्रीनगर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों की सुध लेने के बाद शुक्रवार को जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा का दौरा कर सीमा प्रहरियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के प्रयासों का जायजा लेगी।
जम्मू कश्मीर दौरे के पहले दिन श्रीनगर में कश्मीर के लोगों की नब्ज टटोलने के लिए सांसद आनंद शर्मा की अध्यक्षता वाली 28 सदस्यीय संसदीय समिति ने लगातार बैठकें कीं। शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हुई बैठकों में ग्रामीण, शहरी विकास के मुद्दों के साथ रोजगार के साधनों, व्यापार, पर्यटन की मौजूदा स्थिति व जनकल्याण की सरकारी योजनाओं पर चर्चा हुई। श्रीनगर के मेयर, जिला विकास परिषद, ब्लाक विकास परिषद के अध्यक्षों के पंचायती राज संस्थान, शहरी निकायों के प्रतिनिधियों से हुई बैठक में संविधान के 73वें व 74वें संशोधन को पूरी तरह से प्रभावी बनाकर ग्रामीण विकास को तेजी देने की मांग उठी।
इस दौरान पंचायत प्रतिनिधियों को सुरक्षा देने व विकास के लिए उचित फंड उपलब्ध करवाने का मुद्दा भी उठा। व्यापार, पर्यटन से जुड़े लोगों ने समिति से बैठक में कोरोना से हो रहे नुकसान का हवाला देते हुए केंद्र सरकार से सहयोग की उम्मीद की। उन्होंने उद्योग को राहत देने के लिए आसान कर्ज व अन्य ऐसे कदम उठाने के सुझाव भी दिए। इसके साथ उद्योग से जुड़े लोगों को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं शुरू करने पर भी जोर दिया गया। समिति के सदस्यों ने विश्वास दिलाया कि मुद्दों को केंद्र को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा।
समिति ने दोपहर को प्रदेश प्रशासन के अधिकारियों से बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के दिशा में उठाए जा रहे कदमों के साथ जन कल्याण, बुनियादी ढांचा विकसित करने की दिशा में हो रही कार्रवाई के बारे में जानकारी ली। बैठक में गृह विभाग के प्रमुख सचिव शालीन काबरा, आवास एवं शहरी विकास के प्रमुख सचिव धीरज गुप्ता, उद्योग के प्रमुख रंजन प्रकाश ठाकुर, कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर व विभिन्न विभागों के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।