आठ राज्यों की संस्कृतियों के संगम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश

जागरण संवाददाता, जम्मू : निशंक सोसायटी फॉर एजुकेशन आर्ट एंड कल्चर की ओर से जम्मू यूनिव

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 09:00 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 09:00 AM (IST)
आठ राज्यों की संस्कृतियों के संगम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश
आठ राज्यों की संस्कृतियों के संगम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश

जागरण संवाददाता, जम्मू : निशंक सोसायटी फॉर एजुकेशन आर्ट एंड कल्चर की ओर से जम्मू यूनिवर्सिटी के ब्रिगेडियर राजेंद्र ¨सह ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में आठ राज्यों के अध्यापकों ने कूड़ा निस्तारण और कूड़ा कम करने पर चिंतन किया। इसके अलावा सांस्कृतिक आदान-प्रदान एवं सांस्कृतिक प्रचार के उद्देश्य से सभी प्रतिभागी राज्यों के प्रतिभागियों ने अपने राज्य के मुख्य सांस्कृतिक आकर्षण प्रस्तुत किए।

इस बात पर सहमति बनी की कूडे़ जैसी समस्या से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है। हाथ से हाथ मिलाकर ही स्वच्छता बनाई जा सकती है। हर व्यक्ति का दायित्व बनता है कि वह न कूड़ा फैलाए और न फैलाने दे। पूरे देश, दुनिया को अपने घर की तरह साफ रखना होगा।

कार्यक्रम में केरल, आंध्रप्रदेश, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश से निशंक सोसायटी के सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि निशंक सोसायटी ने इस वर्ष कौन सा सबसे बड़ा कार्य किया। निशंक सोसायटी की अध्यक्ष प्रो. पवन सुधीर ने बताया कि पुणे महाराष्ट्र में आयोजित पांच दिवसीय बिठल यात्रा के दौरान किस तरह प्लास्टिक का प्रयोग नहीं होने दिया गया। कैसे पूरी यात्रा के दौरान कूड़ा निस्तारण और प्रबंधन को लेकर कार्य हुआ। उन्होंने सोसायटी के कार्यो पर विस्तारपूर्वक चर्चा की और सोसायटी की आगामी योजनाओं का भी विवरण दिया।

कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागी राज्यों के कलाकारों ने अपने क्षेत्र के मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। इन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बारे में विस्तार से बात हुई। इस मौके पर महाराष्ट्र के विक्रम एस अदसुल, विदुषी नायर को राष्ट्रीय निशांक सम्मान से सम्मानित किया गया। चरणप्रीत कौर को जम्म-कश्मीर निशांक सम्मान से सम्मानित किया गया। आर्ट इंटेग्रेटिड लर्निंग थ्रू आर्ट के लिए काम कर रही दिल्ली की निरूपमा शर्मा को भी सम्मानित किया गया। रंगयुग नाट्य संस्था की ओर से नाटक ढीठ का मंच कर पर्यावरण सरंक्षण एवं स्वच्छता का संदेश दिया गया। पर्यावरणविद सीएम सेठ ने बताया कि राज्य में कैसे पर्यावरण को शिक्षा का हिस्सा बनाया गया। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को लेकर गंभीरता से कार्य किये जाने की जरूरत पर भी बल दिया।

निशांक सोसायटी के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र कुमार ने राज्य में करवाए जा रहे कार्यक्रमों का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि सामाजिक उत्थान के लिए कई कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। उन्होंने आगामी कार्यक्रमों का भी विवरण दिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने दीप जलाकर निशांक बनाया और आगे और मजबूती से कार्य करने का संकल्प लिया।

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