क्रॉस एलओसी व्यापार होगा बेहतर, हर तीन माह बाद व्यापारियों के बीच होगी बैठक

उत्तरी कश्मीर में उड़ी सेक्टर के अंतर्गत एलओसी पर स्थित अमन कमान सेतु पर जम्मू कश्मीर व गुलाम कश्मीर के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में कइर् अहम फैसले लिए गए हैं।

By Edited By: Publish:Wed, 24 Oct 2018 02:31 AM (IST) Updated:Wed, 24 Oct 2018 01:15 PM (IST)
क्रॉस एलओसी व्यापार होगा बेहतर, हर तीन माह बाद व्यापारियों के बीच होगी बैठक
क्रॉस एलओसी व्यापार होगा बेहतर, हर तीन माह बाद व्यापारियों के बीच होगी बैठक

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : क्रॉस एलओसी व्यापार को और ज्यादा बेहतर बनाने व अवांछित तत्वों को इससे दूर रखने के लिए जम्मू कश्मीर और गुलाम कश्मीर के व्यापारियों के बीच अब त्रैमासिक बैठक हुआ करेगी। इसके अलावा दोनों तरफ के व्यापारियों की सूची और आयात-निर्यात के ब्योरे का भी आदान प्रदान होगा। यह फैसले उत्तरी कश्मीर में उड़ी सेक्टर के अंतर्गत एलओसी पर स्थित अमन कमान सेतु पर जम्मू कश्मीर व गुलाम कश्मीर के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में लिए गए हैं।

जिला उपायुक्त बारामुला डॉ. नासिर अहमद नक्काश ने अमन कमान सेतु पर स्थित जीरो प्वाइंट पर हुई इस बैठक मे जम्मू कश्मीर का प्रतिनिधित्व किया। गुलाम कश्मीर का नेतृत्व डीजी ट्रैवल एंड ट्रेड अथॉरिटी ताहिर हमीद मलिक कर रहे थे। क्रॉस एलओसी व्यापार को और ज्यादा पारदर्शी व सुगम बनाने के उपायों पर विचार हुआ। तय किया गया कि दोनों तरफ के व्यापारियों के बीच त्रैमासिक बैठक हो। इसके अलावा व्यापार में शामिल दोनों तरफ के व्यापारियों के नाम व अन्य जानकारियों से संबधित सूचियों का नियमित आदान प्रदान होगा।

व्यापार में शामिल सभी वाहनों की छंटनी और जांच को और ज्यादा सख्त बनाया जाएगा ताकि कोई गैर कानूनी गतिविधि इनके जरिए न हो सके। व्यापार संबंधी मुददों के त्वरित हल के लिए सलामाबाद और चकोटी स्थित क्रॉस एलओसी व्यापार के कस्टोडियनों के लिए एक कामन फैसिलिटी सेंटर भी स्थापित करने पर फैसला हुआ। बैठक में निदेशक उद्योग एवं वाणिज्य कश्मीर, निदेशक योजना, एसडीएम उड़ी, कस्टोडियन ट्रेड फैसिलटेशन सेंटर व अन्य संबधित अधिकारी भी मौजूद थे। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि भारत पाकिस्तान के बीच एक समझौते के तहत जम्मू-कश्मीर और गुलाम कश्मीर के बीच अक्टूबर 2008 में कर मुक्त बार्डर क्रास एलओसी व्यापार शुरू किया गया। इसमें सिर्फ जम्मू-कश्मीर और गुलाम कश्मीर के व्यापारी ही अनुमोदित वस्तुओं का आपस में आयात-निर्यात कर सकते हैं।

chat bot
आपका साथी