Corona Vaccine In Jammu: अब ब्लाक-ग्रामीण स्तर पर फ्रंटलाइन वर्कर्स करेंगे कोविड जांच, प्रशिक्षित किया जा रहा

यह फ्रंटलाइन वर्कर्स लोगों में जागरूकता भी बढ़ाएंगे। यही नहीं पीपइ किट ग्लोव्स और मास्क को सही तरीके से नष्ट करेंगे ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। पंचायत स्तर पर बनाए गए कोविड केयर सेंटरों पर उन्होंने कहा कि इससे गैर जरूरी रेफर को रोका जा सकेगा।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 08:43 AM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 08:43 AM (IST)
Corona Vaccine In Jammu: अब ब्लाक-ग्रामीण स्तर पर फ्रंटलाइन वर्कर्स करेंगे कोविड जांच, प्रशिक्षित किया जा रहा
प्रशिक्षण एनेस्थीसिया विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, माइक्रोबायालोजी विशेषज्ञ दे रहे हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: शहरों के मुकाबले अब ग्रामीण क्षेत्रों में आ रहे कोविड के मामलों को देखते हुए सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया है। इसके तहत ब्लाक और ग्रामीण स्तर पर फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोविड जांच के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।

यह प्रशिक्षण कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए भी दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को ट्रेनिंग आफ मास्टर ट्रेनर नाम दिया गया है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तिय आयुक्त अटल ढुल्लू ने जेएलएनएम अस्पताल श्रीनगर में इसका उदघाटन किया। ढुल्लू ने कहा कि वर्तमान में कोविड के मामले ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक फैल रहे हैं। पहले यह सिर्फ शहरों और बड़े कस्बों तक ही सीमित था।

इसी चुनौती से निपटने के लिए यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके तहत आंगनवाड़ी वर्कर्स, आशा वर्कर्स, एएनएम, सरपंच, पंच, लंबरदार, चौकीदार और अन्य संबंधित को कोविड टेस्ट की जांच के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। यह सब मेडिकल आफिसर्स की देखरेख में होगा।

यह फ्रंटलाइन वर्कर्स लोगों में जागरूकता भी बढ़ाएंगे। यही नहीं पीपइ किट, ग्लोव्स और मास्क को सही तरीके से नष्ट करेंगे ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। पंचायत स्तर पर बनाए गए कोविड केयर सेंटरों पर उन्होंने कहा कि इससे गैर जरूरी रेफर को रोका जा सकेगा। इससे अस्पतालों पर दबाव कम होगा।

यही नहीं जिन लोगों के पास घरों में आइसोलेट होने की जगह नहीं है, उन्हें भी यहां पर रखा जा सकेगा। वहीं कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर पांडू रंग पोले का कहना है कि तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए अभी से सरकार पूरी तैयारियां कर रहीहै। यह प्रशिक्षण भी इसी का हिस्सा है और एक जून तक जारी रहेगा।

बाद में यह मास्टर ट्रेनर जिला स्तर पर फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रशिक्षण देंगे। इसका मकसद अधिक से अधिक लोगों को संक्रमण पर रोक लगाने के लिए तैयार करना है। प्रशिक्षण एनेस्थीसिया विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, माइक्रोबायालोजी विशेषज्ञ दे रहे हैं।

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