Dengue के बढ़ते मामलों पर स्वास्थ्य विभाग चिंतित, स्टेट मलेरिया अधिकारी की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी

मरीजों के लिए बिस्तरों की क्षमता बढ़ाई गई है वहीं स्टेट मलेरिया अधिकारी डा. बेलू शर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी का भी गठन करने जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में अभी तक 279 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें से दो मरीजों की मौत हो चुकी है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 09:19 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 09:19 PM (IST)
Dengue के बढ़ते मामलों पर स्वास्थ्य विभाग चिंतित, स्टेट मलेरिया अधिकारी की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी
जीएमसी की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में डेंगू के मामले की समीक्षा की।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू-कश्मीर में डेंगू के लगातार आ रहे मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित नजर आ रहा है। हर दिन आठ से दस नए मामले आ रहे हैं। इसे देखते हुए एक ओर जहां मेडिकल कालेज जम्मू में डेंगू के मरीजों के लिए बिस्तरों की क्षमता बढ़ाई गई है, वहीं स्टेट मलेरिया अधिकारी डा. बेलू शर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी का भी गठन करने जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में अभी तक 279 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें से दो मरीजों की मौत हो चुकी है। एक मरीज ऊधमपुर का तो एक सुंदरबनी का रहने वाला था।

सबसे अधिक 187 मामले जम्मू जिले के हैं। यह मामले राजीव नगर, रिहाड़ी, सरवाल, भगवती नगर, जानीपुर से आए हैं। कुल मरीजों में 15 बच्चे भी हैं। इसके अलावा 108 महिलाएं हैं। अन्य पुरुष हैं। सांबा में 17, कठुआ में 30, ऊधमपुर में पांच, राजौरी में पांच, रियासी में चार, पुंछ, डोडा और रामबन में भी एक-एक मामला है। स्वास्थ्य निदेशक जम्मू डा. रेनू शर्मा का कहना है कि हर दो से तीन साल बाद मरीजों की संख्या बढ़ती है। स्थिति नियंत्रण में है। विभाग सभी जिलों में निगरानी कर रहा है। उच्चाधिकारियों ने एक समिति बनाने के लिए कहा है। स्टेट मलेरिया अधिकारी की अध्यक्षता में शनिवार को कमेटी का गठन कर दिया जाएगा। तापमान में कमी आने पर मरीजों की संख्या भी ककम हो जाती है।

इसी बीच राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन ने भी शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में डेंगू के मामले की समीक्षा की। इसमें बाल रोग विभाग, माइक्रोबायालोजी विभाग, मेडिसिन विभाग, पैंथालोजी, बायो कैमिस्ट्री, ब्लड बैंक के एचओडी के अलावा जीएमसी और एसएमजीएस अस्पतालों के मेडिकल सुपरिटेंडेंट भी मौजूद थे। इसमें डेंगू के मरीजों के बेहतर प्रबंधन के लिए की गई व्यवस्था पर भी प्रिंसिपल ने जानकारी ली। इसमें बताया गया कि जीएमसी में इस समय 38 मरीज भर्ती हैं, जबकि 64 मरीजों को भर्ती करने की क्षमता बनाई गई है।

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