बीडीसी चुनावों के लिए कांग्रेस के सामने चुनौती, नजरबंद प्रमुख नेताओं को नहीं है सियासी गतिविधियों के लिए अनुमति

पांच अगस्त के बाद से कांग्रेस का कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं हुआ। कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई बैठक नहीं हुई।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 14 Sep 2019 08:32 AM (IST) Updated:Sat, 14 Sep 2019 08:32 AM (IST)
बीडीसी चुनावों के लिए कांग्रेस के सामने चुनौती, नजरबंद प्रमुख नेताओं को नहीं है सियासी गतिविधियों के लिए अनुमति
बीडीसी चुनावों के लिए कांग्रेस के सामने चुनौती, नजरबंद प्रमुख नेताओं को नहीं है सियासी गतिविधियों के लिए अनुमति

जम्मू, राज्य ब्यूरो। ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल चुनाव की तैयारियां और पार्टी की गतिविधियों को तेजी देने के लिए कांग्रेस को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी के प्रमुख नेताओं को नजरबंद किए जाने और किसी भी तरह की सियासी गतिविधियों की इजाजत न मिलने पर कांग्रेस की सारी गतिविधियां ठप हैं।

नई दिल्ली में पार्टी हाईकमान ने आंदोलन के लिए सियासी वापसी का रोडमैप तैयार किए जाने पर विचार विमर्श किया है, लेकिन जम्मू कश्मीर में कांग्रेस के लिए भविष्य में सियासी गतिविधियों को चलाना इतना आसान नहीं है। पांच अगस्त के बाद से कांग्रेस का कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं हुआ। कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई बैठक नहीं हुई। सियासी गतिविधियों का सीधा मतलब यह होता है कि मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार को घेरना। ज्वलंत मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन करना, बैठकें करना, रणनीति बनना।

अनुच्छेद 370 हटने के बाद से प्रशासन ने विपक्षी दलों की राजनीतिक गतिविधियों पर अंकुश लगाया हुआ है। सिर्फ बयान जारी कर सकते हैं। बैठकें करने या पत्रकार वार्ता करने की अनुमति नहीं है। पार्टी के प्रदेश प्रधान जीए मीर सहित कई नेता अपने अपने घरों में नजरबंद हैं। उन्हें जरूरी काम से बाहर आने जाने के लिए प्रशासन की अनुमति लेनी पड़ रही है।

मीर का कहना है कि जम्मू कश्मीर में विपक्ष की आवाज को दबाया गया है। इस समय तो सिर्फ प्रशासन और भाजपा की गतिविधियां ही चल रही हैं। किसी भी विपक्षी दल को बैठकें करने का हक नहीं है। भाजपा हमेशा कांग्रेस पर इमरजेंसी में सख्ती का आरोप लगाती रही है, लेकिन अब हालात तो इमरजेंसी से अभी अधिक विकट है। हम पार्टी की गतिविधियों को कैसे चला सकते हैं। बीडीसी के चुनाव की तैयारी कैसे कर सकते हैं। ब्लाक व जिला स्तर के पार्टी नेता को कोई राजनीतिक गतिविधि करने की अनुमति नहीं मिल रही है। लोकतंत्र का गला घोटा गया है।

chat bot
आपका साथी