सरकार को ईमानदार व पारदर्शी बनाए भाजपा

राज्य ब्यूरो, जम्मू : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश भाजपा को निर्देश दिए हैं कि जम्म

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 May 2018 10:20 PM (IST) Updated:Mon, 14 May 2018 10:20 PM (IST)
सरकार को ईमानदार व पारदर्शी बनाए भाजपा
सरकार को ईमानदार व पारदर्शी बनाए भाजपा

राज्य ब्यूरो, जम्मू : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश भाजपा को निर्देश दिए हैं कि जम्मू कश्मीर में सरकार को ईमानदार व पारदर्शी बनाने के साथ कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ाया जाए।

अमित शाह ने दिल्ली में भाजपा अध्यक्षों की बैठक के बाद प्रदेश भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष रविंद्र रैना से बैठक कर जम्मू कश्मीर में सरकार व संगठन की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। रविंद्र रैना अध्यक्षों की बैठक के बाद पहले राष्ट्रीय महासचिव राम माधव और उसके बाद अमित शाह से मिले। बैठक में अमित शाह ने निर्देश दिए कि भाजपा बेहतर कामकाज से लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरे। मंत्री व विधायकों को जवाबदेह बनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ की हड़्डी हैं, उनका मनोबल नही गिरना चाहिए। ऐसे में प्रदेश पदाधिकारी व मंत्री लगातार कार्यकर्ताओं के संपर्क में रहे। कार्यकर्ताओं को कोई शिकायत नही होनी चाहिए।

इसी बीच अमित शाह, संगठन महामंत्री राम लाल, राष्ट्रीय महासचिव राम माधव से दिशानिर्देश लेने के बाद रविंद्र रैना, संगठन महामंत्री अशोक कौल के साथ बुधवार को दिल्ली से सीधे श्रीनगर पहुंचेंगे। वह सरकार के कामकाज को बेहतर बनाने के लिए मंत्रियों से बैठक करेंगे। इस दौरान भाजपा के मंत्रियों को हाईकमान से मिले निर्देशों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके बाद रैना वीरवार को जम्मू आएंगे।

इससे पहले रैना ने अशोक कौल के साथ सुबह ग्यारह बजे से शाम तक चली भाजपा के अध्यक्षों की बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान अमित शाह ने अन्य राज्यों के भाजपा प्रदेश अध्यक्षों से रविंद्र रैना की पहचान भी करवाई। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद दिल्ली में रविंद्र रैना की यह पहली बैठक थी।

उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार बैठक में निर्देश दिए गए कि चुनाव लक्ष्य हासिल करने के लिए पार्टी लोगों से बेहतर तालमेल बनाए। केंद्र प्रायोजित योजनाओं को कामयाब बनाकर जमीनी सतह पर पैठ बनाने के साथ कार्यकर्ता सरकार व लोगों के मध्य बेहतर समन्वय बनाएं। बैठक में विभिन्न राज्यों के राजनीतिक हालात पर चर्चा करने के साथ राजनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अपनाई जाने वाली रणनीति भी तय की गई। वर्ष 2019 में तय संसदीय चुनाव में कामयाबी हासिल करना इस समय भाजपा के समक्ष मुख्य चुनौती है।

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