विधानसभा चुनाव जीतने के लिए दूसरे दलों के नेताओं पर भाजपा की नजर

जम्मू कश्मीर में भाजपा ने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए अन्य दलों में मजबूत आधार रखने वाले नेताओं के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 09 Jul 2019 10:41 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jul 2019 10:41 PM (IST)
विधानसभा चुनाव जीतने के लिए दूसरे दलों के नेताओं पर भाजपा की नजर
विधानसभा चुनाव जीतने के लिए दूसरे दलों के नेताओं पर भाजपा की नजर

 राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू कश्मीर में भाजपा ने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए अन्य दलों में मजबूत आधार रखने वाले नेताओं के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 25 सीटें मिली थीं। ऐसे में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ सरकार बनने के बाद पार्टी चाहकर भी कुछ खास नहीं कर पाई थी।

साढ़े तीन साल बाद ही उसे सरकार गिराने के लिए मजबूर होना पड़ा था। अब संसदीय चुनाव में तीन सीटें जीतने के बाद भाजपा और मजबूत हुई है। पार्टी वोट के अनुपात के आधार पर इस समय अपने बलबूते 32 सीटें जीतने में सक्षम है। ऐसे में भाजपा में शामिल होकर अन्य दलों के नेता कुछ और सीटें दिलवा दें तो यह सोने पर सुहागा होगा।

फिलहाल भाजपा जम्मू संभाग के राजौरी-पुंछ जिले की सात में से पांच विधानसभा सीटें जीतने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। पिछली बार भाजपा ने राजौरी की चार सीटों में से कालाकोट और नौशहरा सीटों पर जीत दर्ज की थी। अब उसकी नजर दरहाल, राजौरी और पुंछ सीट पर है।

भाजपा ने इसी रणनीति के तहत कुछ महीने पहले राजौरी विधानसभा में आधार रखने वाली नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के तालिक हुसैन को भाजपा में शामिल किया था। अब राजौरी के दरहाल विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी नेता मोहम्मद इकबाल मलिक को पार्टी में लाने के बाद राजौरी-पुंछ के अन्य दलों के कुछ नेताओं से भी बातचीत चल रही है। मलिक दो बार दरहाल से चुनाव लड़ चुके हैं और उनके अपने 15 हजार वोट हैं। ऐसे में क्षेत्र में उन्हें वोट मिलने से भाजपा यह सीट जीत सकती है।

कश्मीर और लद्दाख में इस बार खुल सकता है खाता
दूसरी ओर इसी रणनीति के तहत कश्मीर में अन्य दलों के नाराज नेताओं को भी भाजपा में लाने की जुगत लगाई जा रही है। जम्मू दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने सोमवार को इसकी पुष्टि की थी कि कश्मीर में भी कुछ नेताओं को पार्टी में लाने पर बातचीत हो रही है।

भाजपा इस बार मिशन 44 पर काम कर रही है। हालांकि अभी तक पार्टी कश्मीर और लद्दाख में खाता नहीं खोल पाई है। इस बार भाजपा कश्मीर के त्राल और लद्दाख की चार विधानसभा सीटों में से तीन पर वोटों के लिहाज से नंबर वन है। ऐसे में पार्टी को पूरी उम्मीद है कि कश्मीर और लद्दाख में भी विधानसभा चुनाव में पार्टी का खाता खुल जाएगा।

50 सीटें जीतने की उम्मीद
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविन्द्र रैना का कहना है कि भाजपा पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार बहुत सशक्त है। ऐसे में हम 50 सीटें जीतने की उम्मीद रखते हैं। उन्होंने माना कि भाजपा में आने के इच्छुक अन्य दलों के कुछ वरिष्ठ नेताओं को भी पार्टी में लाने के लिए बातचीत चल रही है। मोदी सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर कई नेता और कार्यकर्ता भाजपा की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

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