सरकार गिराने के बाद भाजपा चलाएगी साख बचाने की मुहिम

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर में विपरीत विचारधारा वाली पीडीपी से गठजोड़ खत्म करने के

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jun 2018 01:51 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jun 2018 01:51 AM (IST)
सरकार गिराने के बाद भाजपा  चलाएगी साख बचाने की मुहिम
सरकार गिराने के बाद भाजपा चलाएगी साख बचाने की मुहिम

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर में विपरीत विचारधारा वाली पीडीपी से गठजोड़ खत्म करने के बाद प्रदेश भाजपा अब राज्य में संसदीय चुनाव के लिए अपनी साख बचाने के लिए मुहिम चलाएगी। राज्य में भाजपा किन मुद्दों को लेकर लोगों के बीच जाएगी, इसकी घोषणा 23 जून को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने जम्मू दौरे के दौरान करेंगे।

पिछले तीन वर्षो में पीडीपी के काम करने के तरीके से भाजपा के आधार क्षेत्र में यह संदेश जा रहा था कि पार्टी कश्मीर को खुश करने के लिए जम्मू को नजरअंदाज कर रही है। इससे जम्मू में रोष तो बढ़ रहा था पार्टी की छवि भी प्रभावित हो रही थी। भाजपा ने अचानक समर्थन वापस लेने का फैसला कर लोगों को संदेश दिया है कि उसके लिए सरकार नहीं देश व जम्मू के हित अहम हैं।

सूत्रों के अनुसार मंगलवार को दिल्ली में प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ बैठक में भी अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि अपने आधार क्षेत्र को अहमियत दें। पार्टी ने लोगों के लिए सरकार बनाई थी, अब उनके हितों की खातिर कश्मीर केंद्रित मुद्दों को शह दे रही सहयोगी पार्टी से रिश्ता खत्म किया जा रहा है। पार्टी लोगों के बीच जाकर न सिर्फ स्थिति स्पष्ट करे, अपितु उनके मुद्दों को समर्थन दे। इस हालात में अमित शाह का जम्मू दौरा और भी महत्वपूर्ण हो गया। शाह 23 जून को श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जन्मदिन पर होने वाले पार्टी कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के साथ पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं से भी बैठक करेंगे। इस समय जम्मू में अमित शाह के दौरे को कामयाब बनाने की तैयारी हो रही है। शाह की बैठक में हिस्सा लेने के बाद प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता बुधवार सुबह जम्मू पहुंच रहे हैं। सत्ता छोड़ने के बाद प्रदेश भाजपा जम्मू में छवि को बेहतर बनाने की मुहिम चलाएगी। पीडीपी ने किया नजरअंदाज

सरकार में रहते हुए पीडीपी ने भाजपा के हितों को नजरअंदाज किया। ऐसे में सरकार के एकतरफा फैसलों का भाजपा के आधार क्षेत्र जम्मू में विपरीत प्रभाव हुआ। पीडीपी ने पहले पत्थरबाजों की रिहाई, कठुआ के रसाना मामले में सीबीआइ जांच, राजौरी में अतिरिक्त जिलाधीश बनाने, सरकार भूमि से गुज्जर, बक्करवालों को न हटाने जैसे फैसले कर भाजपा के लिए मुश्किलें पैदा की थी। अब रमजान में संघर्ष विराम व धार्मिक संगठन अहले हदीस को सरकारी भूमि देने के मामले में पीडीपी ने मनमर्जी की थी। उसके अड़ियल रवैये के कारण ही श्री बाबा अमरनाथ भूमि आंदोलन में हिस्सा लेने वाले युवाओं के खिलाफ मामले आज तक वापस नहीं हो पाए। भाजपा के लिए सत्ता मायने नहीं रखती : रविंद्र रैना

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना का कहना है कि लोग भाजपा के लिए अहम हैं, सत्ता मायने नहीं रखती है। अचानक सरकार छोड़ कर भाजपा ने साबित किया है जनहित या सरकार में से किसी एक को चुनना हो तो पार्टी लोगों के हितों को अहमियत देगी। भाजपा और भी बेहतर तरीके से लोगों के मसलों को हल करवाने की मुहिम चलाएगी।

chat bot
आपका साथी