अध्यापक निष्ठा से ड्यूटी करें तो बच्चों को मिल सकती है बेहतर शिक्षा : रसूल

राज्य ब्यूरो, जम्मू : 'अगर अध्यापक निष्ठा और लगन से ड्यूटी का निर्वाह करें तो बच्चों को बेह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Sep 2018 10:40 PM (IST) Updated:Wed, 05 Sep 2018 10:40 PM (IST)
अध्यापक निष्ठा से ड्यूटी करें तो बच्चों को मिल सकती है बेहतर शिक्षा : रसूल
अध्यापक निष्ठा से ड्यूटी करें तो बच्चों को मिल सकती है बेहतर शिक्षा : रसूल

राज्य ब्यूरो, जम्मू : 'अगर अध्यापक निष्ठा और लगन से ड्यूटी का निर्वाह करें तो बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सकती है। मैंने किसी अवार्ड के लिए काम नहीं किया, बस अपनी ड्यूटी के साथ इंसाफ किया है।' यह बात बुधवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार हासिल करने वाले ब्वॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल सौरा, श्रीनगर के ¨प्रसिपल जीएच रसूल ने कही।

रसूल ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मेरी सेवाओं को सराहा गया है। अपने अनुभव साझा करते हुए रसूल ने कहा कि बतौर ¨प्रसिपल स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए काम किया। लोगों को जागरूक किया कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजें। परिणाम को बेहतर करने के प्रयास किए। बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम किया। लैब और लाइब्रेरी का विस्तार किया। जब सिस्टम में बेहतरी लाने के प्रयास किए जाते हैं तो निश्चित तौर पर समाज जागरूक होता है। राष्ट्रीय स्तर पर मुझे अवार्ड से सम्मानित किया जाना मेरे लिए ही नहीं बल्कि पूरे जम्मू कश्मीर के लिए गौरव की बात है। रसूल इस समय श्रीनगर में जिला शिक्षा योजना अधिकारी के पद पर तैनात हैं। उनका शिक्षा में तीस वर्ष का अनुभव है। शिक्षक दिवस पर उन्होंने संदेश दिया कि अध्यापक अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा से निभाएं। आम बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। समाज को जागरूक करना होगा कि कोई भी शिक्षा से वंचित न रहे।

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