सेना बनी कोरोना संक्रमितों के लिए मसीहा, LoC से सटे Uri में बना डाला 20 बिस्तर वाला कोविड अस्पताल

एलओसी के साथ सटे इलाकों में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए सेना ने भी आम लाेगों के लिए कोविड अस्पताल बनाना शुरू कर दिए हैं। इस तरह का एक अस्पताल उड़ी में बनाया गया है। 20 बिस्तरों की क्षमता वाले अस्पताल में पांच आइसीयू बेड हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Fri, 21 May 2021 04:34 PM (IST) Updated:Fri, 21 May 2021 04:34 PM (IST)
सेना बनी कोरोना संक्रमितों के लिए मसीहा, LoC से सटे Uri में बना डाला 20 बिस्तर वाला कोविड अस्पताल
प्रधानमंत्री केयर्स फंड के तहत प्राप्त चार वेंटीलेटर भी यहां उपलब्ध कराए गए हैं।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। शहरों के बाद ग्रामीण इलाकों काे अपनी चपेट में लेते हुए काेेराेना संक्रमण एलओसी के समीप बसे उड़ी (बारामुला) तक जा पहुंचा है। बीते कुछ दिनों में लगभग 110 लोग उड़ी सेक्टर में संक्रमित हो चुके हैं और उनमें से 59 ने सेना के कोविड केयर सेंटर में ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार काे थामने के लिए सेना ने 20 बिस्तरों की क्षमता वाला एक कोविड अस्पताल स्थानीय लाेगों के लिए उड़ी में तैयार किया है।

उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। प्रदेश में 2.6 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमितों में 3422 की मौत हो चुकी है। श्रीनगर और जम्मू जिलों के बाद बारामुला में ही सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं। बारामुला को देश के पिछड़े जिलों में गिना जाता है और यह एलओसी के साथ सटा हुआ है। उड़ी सेक्टर में भी तीन लाेगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। टंगडार, करनाह, नौगाम समेत एलओसी के साथ सटे अन्य इलाकों में भी कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं।

हालांकि जम्मू कश्मीर के हर हिस्सेे में स्वास्थ्य ढांचा उपलब्ध है लेकिन दूर दराज के इलाकों में विशेषकर एलओसी के साथ सटे इलाकों में में स्वास्थ्य सुविधाओं का अपेक्षाकृत अभाव है। इन इलाकों में उपजिला अस्पताल और प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों की कई गांवों से दूरी 20 से 30 किलाेमीटर भी है। ऐसे हालात में सेना इन इलाकों में एक बड़ा सहारा बनती है। सेना की विभिन्न वाहिनियों के जवान अपने अपने कार्याधिकार क्षेत्र में लोगों के बीच विशेषकर ग्रामीणों में मास्क, सैनिटाइजर बांटने के साथ ही उनमें कोरोना से बचाव के प्रति जागरुकता भी पैदा कर रहे हैं। सेना दूर दराज के इलाकों में कोरोना संक्रमितों के लिए एंबुलेंस व अन्य सुविधाएं भी प्रदान कर रही है।

अस्पताल में हाईफ्लो ऑक्सीजन की सुविधा भी है

एलओसी के साथ सटे इलाकों में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए सेना ने भी आम लाेगों के लिए कोविड अस्पताल बनाना शुरू कर दिए हैं। इस तरह का एक अस्पताल उड़ी में बनाया गया है। 20 बिस्तरों की क्षमता वाले इस अस्पताल के बारे में जानकारी देते हुए सेना की मेडिकल कोर के कर्नल डा पॉल एम वर्गीस ने बताया कि इसमें पांच आइसीयू बेड हैं। अस्पताल में हाईफ्लो ऑक्सीजन की सुविधा भी है। प्रधानमंत्री केयर्स फंड के तहत प्राप्त चार वेंटीलेटर भी यहां उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में 59 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें से अधिकांश सेना के कोविड केयर सेंटरों से ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर अपने घरों को लौटे हैं। उन्होंने कहा कि उड़ी का यह अस्पताल बारामुला जीएमसी अस्पताल और श्रीनगर क अस्पतालों पर मरीजों के दबाव को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा। यहां कोविड केयर की सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं और डाक्टर उपलब्ध हैं।

कैप्टन साचु जैकब ने कहा कि नागरिक प्रशासन द्वारा उड़ी संचालित उपजिला अस्पताल है। वहां जब मरीजों को जगह नहीं मिलेगी तो उन्हें भी यहां भर्ती किया जाएगा। हमारे पास सभी सुविधाएं हैं। हमारा मकसद एलओसी के साथ सटे इलाकों को किसी तरह कोरोना से महफूज रखना है। हम यहां से कोरोना को पूरी तरह भगाने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं। ग्रामीणों के साथ लगातार संपक्र कर उन्हें शारीरिक दूरी, मास्क, सैनिटाइजर के प्रयाेग के प्रति सजग बनाने के अलावा समझाते हैं कि वह कोरोना के किसी भी लक्षण को नजर अंदाज न करें।

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