ओपन के बाद अब पेमेंट सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू विश्वविद्यालय के पीजी कोर्स में दाखिला के लिए अब पेमेंट वाली सीटों में

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Jul 2018 06:20 PM (IST) Updated:Fri, 27 Jul 2018 06:20 PM (IST)
ओपन के बाद अब पेमेंट सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा
ओपन के बाद अब पेमेंट सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू विश्वविद्यालय के पीजी कोर्स में दाखिला के लिए अब पेमेंट वाली सीटों में कड़ी प्रतिस्पर्धा होगी। साइंस के विषयों विशेषकर बाटनी, जूलॉजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री में सीटों के मुकाबले में बीस गुना से अधिक फार्म भरे गए हैं। एक अगस्त को पेमेंट वाली सीटों की सूची जारी होगी। प्रत्येक विभाग में चार से लेकर सात सीटें निर्धारित हैं। ज्योलॉजी, एजूकेशन, साइकालोजी, सोश्योलॉजी में भी पेमेंट की सीट के लिए मेरिट की कड़ी जंग होगी। कहने का मतलब यह है कि अगर अंक कम हैं तो पैसे देकर भी सीट नहीं मिलेगी। विश्वविद्यालय व उसके सात कैंपस में 53 कोर्स में दाखिला की प्रक्रिया तेजी से जारी है। आरक्षित वर्ग के लिए मेरिट लिस्ट 26 जुलाई को जारी की गई थी। तीस जुलाई को भी सूची जारी होगी। इस दौरान विभागों में रिक्त सीटों को भरने के लिए भी लिस्ट जारी होगी। सेल्फ फाइनेंस स्कीम के लिए पेमेंट वाली मेरिट लिस्ट एक अगस्त को जारी होगी। विभाग इसके लिए सूची तैयार करने में जुटे हैं।

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-कक्षाएं छह अगस्त से लगेंगी

जम्मू विश्वविद्यालय में नई कक्षाएं छह अगस्त को लगेंगी। पेमेंट वाली सीटों के दाखिले होते ही कक्षाएं लगने लगेंगी। नई कक्षाएं लगाने के लिए सभी विभाग अपने स्तर पर टाइम टेबल बनाएंगे। वीसी के पास अपील दायर करने की अंतिम तिथि 6 अगस्त है। अपील वाले मामलों के निपटारे के लिए एपीलेट कमेटी की बैठक होती है। इसकी अध्यक्षता वीसी करते हैं और इसमें सभी विभागों के अध्यक्ष भाग लेते हैं। इसमें कई मामलों का निपटारा किया जाता है। इस दौरान भी काफी विद्यार्थियों का दाखिला लेने का रास्ता साफ होता है।

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-रै¨गग विरोधी कमेटी रखेंगी नजर

जम्मू विश्वविद्यालय में नई कक्षाओं के लगने के साथ ही रै¨गग विरोधी कमेटियों का काम शुरू हो जाता है। रै¨गग की रोकथाम के लिए विश्वविद्यालय गंभीर है। सर्वोच्च न्यायालय और यूजीसी के दिशा निर्देश के अनुसार रै¨गग पर पूर्ण प्रतिबंध है। कोई रै¨गग नहीं करेगा, इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रबंधन दाखिले के समय ही शपथपत्र ले लेता है। अगर सीनियर या जूनियर विद्यार्थी रै¨गग करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाने और विवि से बाहर निकालने जैसे कड़े प्रावधान शामिल हैं। रै¨गग विरोधी कमेटियां विभिन्न विभागों, ब्लॉकों, कैंटीन व अन्य स्थानों के दौरे करके जायजा लेंगी। विवि में बोर्ड डिस्प्ले लगाए गए हैं। इनमें डीन स्टूडेंट वेलफेयर समेत अन्य अधिकारियों के मोबाइल नंबर लिखे गए हैं।

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