डॉक्टर व इंस्पेक्टर सहित 67 मरीज संक्रमित

जम्मू कश्मीर में पिछले तीन दिन से कोरोना संक्रमितों के मामले बढ़ने की रफ्तार कम हुई है। वीरवार को 67 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इसमें सर्जन सेना का जवान और पुलिस इंस्पेक्टर भी शामिल हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Jun 2020 09:32 AM (IST) Updated:Fri, 12 Jun 2020 09:32 AM (IST)
डॉक्टर व इंस्पेक्टर सहित 67 मरीज संक्रमित
डॉक्टर व इंस्पेक्टर सहित 67 मरीज संक्रमित

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर में पिछले तीन दिन से कोरोना संक्रमितों के मामले बढ़ने की रफ्तार कम हुई है। वीरवार को 67 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इसमें सर्जन, सेना का जवान और पुलिस इंस्पेक्टर भी शामिल हैं।

वहीं, अस्पतालों से ठीक होकर जाने वालों की संख्या 149 थी। अब तक जम्मू कश्मीर में 4574 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 1820 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। इसी बीच एक मरीज की मौत भी हुई है, जिससे मौत का आंकड़ा 52 हो गया है।

स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार वीरवार को जम्मू कश्मीर में 67 मामले सामने आए। इनमें 24 जम्मू संभाग और 43 कश्मीर संभाग के हैं। जम्मू संभाग में 11 मामले जम्मू जिले, तीन ऊधमपुर, छह पुंछ, एक राजौरी और तीन डोडा से हैं। जम्मू के संक्रमितों में सभी 11 बाहर से आए हैं और पहले से ही क्वारंटाइन केंद्रों में रह रहे थे। इनमें दो बिश्नाह के दयोली, दो तालाब तिल्लो, एक नरवाल, एक आरएसपुरा, एक बाहु प्लाजा, एक बोहड़ी, एक सेना का जवान और एक पुलिस इंस्पेक्टर शामिल है।

पुलिस इंस्पेक्टर कश्मीर का रहने वाला है। सभी को जम्मू के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। अब जम्मू संभाग में संक्रमितों की संख्या 1007 हो गई है। वीरवार को जम्मू एयरपोर्ट से आए मरीजों के किसी भी सैंपल में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। पहली बार एयरपोर्ट से आने वाले किसी भी मरीज में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।

वहीं, कश्मीर में आए 43 मामलों में 13 अनंतनाग, दो कुलगाम, दो बारामुला, आठ श्रीनगर, एक कुपवाड़ा, चार बांडीपोरा, तीन बड़गाम, नौ पुलवामा और एक गांदरबल का है। इनमें शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में वरिष्ठ सर्जन भी शामिल हैं। यही नहीं कश्मीर में पुलिस के दो जवान भी संक्रमित हैं। वीरवार को कुलगाम की 62 वर्षीय महिला की भी मौत हो गई। इस महिला के टेस्ट भी कुछ दिन पहले पॉजिटिव आए थे। महिला शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज सौरा में भर्ती थी। उसे हृदयाघात हुआ। वीरवार को अच्छी बात यह रही कि 149 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी मिल गई। इनमें 40 बारामुला, सात कुलगाम, 10 अनंतनाग, 14 कुपवाड़ा, 29 बांडीपोरा, एक बड़गाम, 12 पुलवामा, छह गांदरबल, दो जम्मू, 19 पुंछ, चार सांबा और पांच रियासी के मरीज शामिल हैं। लद्दाख में संक्रमण के 20 नए मामले सामने आए

राज्य ब्यूरो, जम्मू : लद्दाख में वीरवार को कोरोना संक्रमण के 20 नए मामले आने से उपचाराधीन संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 80 तक पहुंच गई है।

पहली बार लद्दाख में एक ही दिन में कोरोना संक्रमण के 20 नए मामले आए हैं। सभी मामले लेह से हैं। इससे पहले तीन मई को एक साथ संक्रमण के 18 मामले सामने आए थे। लद्दाख में कोरोना संक्रमण का पहला मामला सात मार्च को सामने आया था। अब तक लद्दाख में कोरोना संक्रमण के 135 मामले सामने आ चुके हैं। इनमे से 54 मरीज ठीक होने के बाद अस्पताल से जा चुके हैं। वहीं एक कोरोना संक्रमित मरीज की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी। इस समय उपचाराधीन 80 मरीजों में से 41 मामले कारगिल व 39 लेह जिले से हैं। वहीं, वीरवार को चार मरीजों को ठीक होने के बाद लेह अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इससे पहले बुधवार को भी लेह में संक्रमण के सात नए मामले सामने आए हैं।

लद्दाख में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बाहर से आ रहे लोगों के टेस्ट कर उन्हें क्वारंटाइन में भेजने की प्रक्रिया और तेज कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें कोरोना प्रभावित इलाकों का दौरा कर लोगों की स्क्रीनिग कर रही हैं। संक्रमण की जानकारी छिपाने पर डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कोरोना संक्रमित होने की जानकारी छिपाने पर प्रशासन ने दिल्ली से लौटे एक डॉक्टर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। फिलहाल, डॉक्टर अस्पताल में उपचाराधीन है।

जिला उपायुक्त श्रीनगर डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एक डॉक्टर ऐसा करेगा, यकीन नहीं होता। आठ जून को गो एयर इंडिया की दिल्ली से आई उड़ान संख्या 191 में डॉक्टर श्रीनगर पहुंचा था। यह पर्रेपोरा श्रीनगर का रहने वाला है। श्रीनगर एयरपोर्ट पर जब जांच के दौरान रोका गया तो उसने अधिकारियों को बताया था कि वह खुद एक डॉक्टर है और उसे जो बुखार है, उसका कोरोना से कोई लेना देना नहीं है। इसलिए वह एयरपोर्ट से सीधे घर चला गया था। बुधवार को उसने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया। इसके बाद अस्पताल पहुंच गया। उसने भर्ती होने की इच्छा जताई। अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उसके सैंपल लेकर जांच की जाएगी। उसके बाद ही उसे भर्ती किया जाएगा तो संक्रमित डॉक्टर ने बताया कि वह दिल्ली में जांच करा चुका है और वह कोरोना से संक्रमित है। उसने जानबूझकर कई लोगों को खतरे में डाला है। उसने अपने सहयात्रियों के स्वास्थ्य की भी परवाह नहीं की है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासन को सूचित किया और डॉक्टर के खिलाफ बीमारी छिपाने, नियमों की अवज्ञा कर यात्रा करने व अन्य लोगों की जिदगी को खतरे में डालने से जुड़े मामलों के तहत एफआइआर दर्ज कराई है।

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