संस्कृत सभी भाषाओं की जननी

जागरण संवाददाता, जम्मू : संस्कृत भाषा के विकास और संरक्षण का संदेश युवाओं तक पहुंचाने के लिए श्री

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Aug 2017 10:11 PM (IST) Updated:Mon, 07 Aug 2017 11:25 PM (IST)
संस्कृत सभी भाषाओं की जननी
संस्कृत सभी भाषाओं की जननी

जागरण संवाददाता, जम्मू :

संस्कृत भाषा के विकास और संरक्षण का संदेश युवाओं तक पहुंचाने के लिए श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट ने संस्कृत दिवस एवं श्रावणी पूर्णिमा पर सास्कृतिक समारोह का आयोजन किया। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सदस्य एवं संस्कृत विद्वान डॉ. चंद्रमौलि रैना समारोह के मुख्यअतिथि रहे।

डॉ. रैना ने संस्कृत भाषा को अधिक से अधिक जानने तथा उसके विकास पर बल देते हुए बताया की संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। अभिभावकों को बच्चों को संस्कृत भाषा समझने एवं उसके अध्ययन के लिए प्रेरित करना चाहिए। शास्त्री ने समाज से भी आग्रह किया कि युवा पीढ़ी संस्कृत के महान मनीषियों, कवियों एवं उनकी रचनाओं से परिचित हों। ताकि वे सभी उन्हीं के पदचिन्हों पर चलकर समाज में मानवीय मूल्यों की पुनस्र्थापना कर सकें।

ट्रस्ट के अध्यक्ष रोहित शास्त्री ने बताया कि वर्ष 1969 में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के आदेश पर संपूर्ण भारत में संस्कृत दिवस श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन को इसीलिए चुना गया क्योंकि इसी दिन प्राचीन भारत में शिक्षण सत्र शुरू होता था। यह दिवस भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में भी उत्साह के साथ मनाया जाता है। राज्य तथा जिला स्तर पर संस्कृत कवि सम्मेलन, लेखक गोष्ठी, छात्रों के भाषण तथा श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता आदि का आयोजन भी किया जाता है, ताकि इसके माध्यम से संस्कृत के विद्यार्थियों, कवियों तथा लेखकों को उचित मंच मिले।

इस अवसर पर बावा केलख देव स्थान में आयुर्वेदिक पौधे भी लगाए गए। विश्व ¨हदू परिषद के प्रदेश उप प्रधान शक्ति दत्त शर्मा, रामपाल सेठ, पंडित देवदत्त शास्त्री, यश सेठ, प्रदेश महामंत्री किसान मोर्चा भाजपा सुनील दत्त शर्मा, राजीव शर्मा, रजत सूदन, साहिल सेठ व अन्य उपस्थित थे।

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