भारत की शराफत को कमजोरी न समझे पाक : महबूबा

- अगर पाकिस्तान अभी भी नहीं संभला तो रोज-रोज मौका नहीं मिलेगा -प्रधानमंत्री ने हाईड्रोजन व परमाणु

By Edited By: Publish:Fri, 30 Sep 2016 01:30 AM (IST) Updated:Fri, 30 Sep 2016 01:30 AM (IST)
भारत की शराफत को कमजोरी न समझे पाक : महबूबा

- अगर पाकिस्तान अभी भी नहीं संभला तो रोज-रोज मौका नहीं मिलेगा

-प्रधानमंत्री ने हाईड्रोजन व परमाणु बम से बढ़कर गरीबी का मुकाबला करने की बात कही

-उड़ी में आतंकी हमले के बाद भी नरेंद्र मोदी ने समझदारी दिखाई

राज्य ब्यूरो, जम्मू : मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि शरीफ होना कमजोरी की निशानी नहीं है। हमारी शराफत को कमजोरी न समझा जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कूटनीतिक होने का परिचय दिया, जिसमें पाकिस्तान को खिड़की दी गई। अगर पाकिस्तान अभी भी नहीं संभला तो उसे रोज-रोज मौका नहीं मिलेगा।

जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का शुभारंभ करते हुए महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने हाईड्रोजन व परमाणु बम से अधिक बढ़कर यह बात की कि हमें गरीबी का मुकाबला करना है। हमें विकास करना है। देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाना है, जहां लोगों को रोजगार मिले। प्रधानमंत्री ने अपनी समझदारी व हौसले का परिचय दिया। उड़ी में आतंकी हमले के बाद इतना तनाव होने के बावजूद प्रधानमंत्री ने समझदारी दिखाई। पहले जब वह लाहौर गए तो पठानकोट एयरबेस पर हमला हो गया। उसके बाद उड़ी में सैन्य ठिकाने पर हमला हो गया। अगर अब भी पाकिस्तान नहीं समझता है तो उसे ऐसे मौके बार-बार नहीं मिलेंगे। देश की आजादी के सत्तर वर्ष बीत जाने के बाद भारत तरक्की की राह पर है। दुनिया के हर कोने में भारतीय अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रहे हैं।

पीडीपी-भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार करने वालों पर बरसते हुए महबूबा ने कहा कि कोई भी पार्टी देश से बढ़ कर नहीं होती है। प्रधानमंत्री ने पंडित दीनदयाल का जिक्र करते हुए यह अच्छा कहा था कि मुसलमानों को वोट बैंक मत समझो। सत्तर वर्ष से कई पार्टियों ने मुसलमानों को वोट बैंक समझा और अपने आपको धर्मनिरपेक्षता का दावा करते रहे। दुनिया में अगर कही मुसलमान सुरक्षित है तो वह भारत में है। अफगानिस्तान, सीरिया, लीबिया में क्या हो रहा है। यह सब को पता है। भारतीय मुसलमान जब विदेश जाते हैं तो उन पर कोई शक नहीं करता है। मुसलमानों को प्रधानमंत्री पर यकीन करना चाहिए। कई पार्टियां गलतफहमी पैदा करने की कोशिश कर रही हैं।

सिंधु जल संधि का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर को भी नुकसान हो रहा है, लेकिन मुफ्ती मुहम्मद सईद ने हमेशा जोड़ने वाले काम किए। उन्होंने रास्ते खोले। वह सुचेतगढ़ व कारगिल-स्कर्दू मार्ग खोलना चाहते थे। मुख्यमंत्री ने जम्मू के लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा कि मुश्किल की घड़ी में यहां के लोगों ने आपसी भाईचारा बनाए रखा। भाजपा ने भी मुश्किल में हमारा साथ दिया।

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भारत-पाक के बीच वार्ता की जरूरत

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मुद्दों को हल करने के लिए युद्ध कोई विकल्प नहीं है। क्षेत्र में गरीबी और आर्थिक अभाव को दूर करने के लिए भारत-पाक के बीच बेहतर संबंधों के लिए द्विपक्षीय वार्ता की जरूरत है। श्रीनगर में प्रधानमंत्री की उज्ज्वला योजना का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि परमाणु हथियारों से लैस दो पड़ोसियों को गरीबी उन्मूलन सहित सामाजिक विकास के क्षेत्र में सहयोग करना चाहिए। उनकी अर्थ व्यवस्थाओं, ऊर्जा और नए बाजारों के लिए जरूरत के साथ व्यापार के अवसरों को परिभाषित किया जाना चाहिए।

सिंधु जल संधि की समीक्षा करने की प्रक्रिया पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह समझौता भारत व पाकिस्तान के लिए फायदेमंद रहा है, लेकिन जम्मू-कश्मीर के हित में नहीं है। भारत और पाकिस्तान संधि में संशोधन के लिए एक साथ काम कर सकते हैं। हम अपने देशवासियों को आइडब्ल्यूटी को संशोधित करने की बात बता सकते हैं, लेकिन पाकिस्तान को नहीं। दोनों देशों के बीच शाति के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। दोनों देश पानी को साझा कर सकते हैं, उनके अन्य संसाधनों को नहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा के लिए आधुनिक समाज में कोई जगह नहीं है। जो समाज अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए हिंसा को साधन के रूप में इस्तेमाल करते हैं, जल्द बर्बाद हो जाते हैं।

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