मधोक ने डाली थी राज्य में आरएसएस की नींव

राज्य ब्यूरो, जम्मू : भारतीय जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष बलराज मधोक ने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय स्वयं स

By Edited By: Publish:Tue, 03 May 2016 01:49 AM (IST) Updated:Tue, 03 May 2016 01:49 AM (IST)
मधोक ने डाली थी राज्य में आरएसएस की नींव

राज्य ब्यूरो, जम्मू : भारतीय जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष बलराज मधोक ने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की नींव डाली थी। उन्होंने प्रजा परिषद के जरिए जम्मू में राष्ट्रवादी ताकतों को मजबूत करने का आंदोलन चलाया और उनके प्रयासों की बदौलत ही साठ के दशक में प्रजा परिषद के तीन नेता विधानसभा में पहुंचे।

बलराज मधोक के पिता विभाजन से पहले पाकिस्तान के गुजरांवाला से आकर राज्य में बसे थे। श्रीनगर में शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने जम्मू के प्रिंस ऑफ वेल्स कॉलेज व बाद में लाहौर के दयानंद एंगलो वेदिक कॉलेज में इतिहास में बीए आनर्स किया।

लाहौर में स्वामी दयानंद की विचारधारा से प्रभावित होने के बाद मधोक को राज्य में आरएसएस की बुनियाद डालने की जिम्मेदारी सौंपी गई। जम्मू में दो साल तक रुकने के बाद मधोक ने श्रीनगर में लेक्चरर के रूप में काम किया।

जम्मू-कश्मीर के देश में विलय के पहले के सालों में मधोक ने राज्य में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने वर्ष 1947 में कश्मीर पर हुए कबायली हमले का मुकाबला करने के लिए 200 आरएसएस कार्यकर्ताओं का एक दल भी बनाया था।

देश से राज्य के विलय के बाद जम्मू आ गए मधोक ने नवंबर 1947 में पंडित प्रेम नाथ डोगरा के साथ मिलकर प्रजा परिषद बनाकर जम्मू को राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने की मुहिम छेड़ी। यह अभियान जोर पकड़ता गया व साठ के दशक में पहली बार प्रजा परिषद के तीन नेता ऋषि कुमार कौशल, लाल शिवचरण गुप्ता व पंडित प्रेम नाथ डोगरा विधायक बने।

युवा कार्यकर्ता के रूप में मधोक के करीब रह चुके पूर्व केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री प्रो. चमन लाल गुप्ता का कहना है कि मधोक ने राज्य में राष्ट्रवाद को सशक्त बनाने की मुहिम छेड़ी व इनकी बदौलत जम्मू राजनीतिक रूप से सशक्त हुआ। उनके स्पष्ट निर्देश थे कि राज्य में देश के खिलाफ उठने वाली आवाजों को कड़ा विरोध किया जाए। प्रो. गुप्ता ने बताया कि मधोक जम्मू के दीवाना मंदिर इलाके में रहते थे और उन्होंने शेख सरकार की नीतियों का जमकर विरोध कर जम्मू की आवाज को सशक्त बनाया।

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