त्राल में सिख समुदाय का धरना-प्रदर्शन

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू-कश्मीर में रह रहे सिख समुदाय के लिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का क्षेत्र

By Edited By: Publish:Sat, 28 Nov 2015 05:54 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2015 05:54 PM (IST)
त्राल में सिख समुदाय का धरना-प्रदर्शन

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू-कश्मीर में रह रहे सिख समुदाय के लिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का क्षेत्राधिकार राज्य तक लाने, सिखों को पैकेज उपलब्ध करवाने समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखते हुए ऑल पार्टीज सिख कोऑर्डिनेशन कमेटी ने पुलवामा जिला के त्राल में धरना देकर प्रदर्शन किया। कमेटी के चेयरमैन जगमोहन सिंह रैना के नेतृत्व में सिख समुदाय ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए कहा कि राज्य व केंद्र सरकार सिख समुदाय को नजरअंदाज कर रही है। इस मौके पर जगमोहन सिंह रैना ने कहा कि केंद्र सरकार के पैकेज में कश्मीरी पंडितों के धनराशि व नौकरियों का प्रावधान रखा गया है। हम कश्मीरी पंडितों के खिलाफ नहीं है, लेकिन हमारे साथ बेइंसाफी हो रही है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का क्षेत्राधिकार जम्मू कश्मीर तक नहीं है, जिस कारण जम्मू कश्मीर के सिख समुदाय को अल्पसंख्यक समुदाय का दर्जा नहीं मिल पाया है। कश्मीर के गांवों से जो लोग पलायन करके शहरों में बसे हैं, पैकेज में उन लोगों को भी लाभ मिलना चाहिए। पीडीपी ने चुनाव से पहले वायदा किया था कि सिख समुदाय की समस्याओं का समाधान किया जाएगा, लेकिन सत्ता में आने के बाद सरकार भूल गई है। अब इस आंदोलन को कश्मीर तक ही सीमित नहीं रखा जाएगा और कश्मीर के बाद इसे जम्मू संभाग तक ले जाएंगे। जम्मू, पुंछ, राजौरी में धरने प्रदर्शन होंगे और सिख समुदाय को इंसाफ दिलवा कर ही रहेंगे। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पुलवामा के प्रधान डॉ. जोगेंद्र सिंह शान ने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग का क्षेत्राधिकार जम्मू-कश्मीर तक लाकर सिख समुदाय को शामिल किया जाए। प्रदर्शन में प्रिंसिपल निरंजन सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह, डा. मोहन सिंह, जेडी सिंह, अवतार सिंह खालसा, कैप्टन रंजीत सिंह और गुरुद्वारा कमेटी के अन्य सदस्य शामिल हुए।

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