पाकिस्तान में गुरुद्वारों के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना

राज्य ब्यूरो, जम्मू : खालसा पंथ के स्थापना दिवस बैसाखी पर पाकिस्तान के एतिहासिक गुरुद्वारों के

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Apr 2018 08:04 PM (IST) Updated:Thu, 12 Apr 2018 08:04 PM (IST)
पाकिस्तान में गुरुद्वारों के दर्शन के 
लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना
पाकिस्तान में गुरुद्वारों के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना

राज्य ब्यूरो, जम्मू : खालसा पंथ के स्थापना दिवस बैसाखी पर पाकिस्तान के एतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शनों के लिए सिख श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ।

गुरुद्वारा बाबा फतेह सिंह गांधी नगर में विधानसभा स्पीकर कविंद्र गुप्ता जत्थे को रवाना करने के लिए पहुंचे। यह जत्था वीरवार सुबह पंजाब सहित देश के अन्य श्रद्धालुओं के साथ वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान में प्रवेश करेगा। जम्मू कश्मीर से इस बार 141 श्रद्धालुओं ने वीजा के लिए आवेदन किया था, जिसमें पांच को वीजा नहीं मिला। यह पांचों श्रद्धालु हिंदू समुदाय से थे। यात्रा के लिए 131 श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ।

श्रद्धालु पाकिस्तान में ननकाना साहिब, पंजा साहिब, डेरा साहिब व अन्य गुरुद्वारों के दर्शन करेंगे। यात्रा के प्रभारी शमशेर सिंह चौहालवी ने बताया कि हम केंद्र, पंजाब व पाकिस्तान सरकार का धन्यवाद करते हैं, जिनके सहयोग से श्रद्धालुओं को वीजा मिला है। जत्थे का नेतृत्व कुलवंत सिंह भट्टी करेंगे। श्रद्धालुओं का जत्था 21 अप्रैल को वापस आएगा। जत्थे को रवाना करने से पहले अरदास की गई, जिसमें स्पीकर समेत श्रद्धालुओं और उनके परिवार के सदस्यों ने भाग लिया। स्पीकर ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए यह सौभाग्य की बात है कि वे पाकिस्तान के एतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जा रहे हैं। उन्होंने यात्रा सफल होने की कामना की। पहली बार यात्रा के लिए जा रहे परमजीत सिंह और सुरजीत कौर ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि पाकिस्तान में गुरुद्वारों के दर्शनों का मौका मिलेगा। ऐसा लग रहा है कि वाहे गुरु की कृपा हुई है।

तीसरी बार यात्रा पर जा रही सतिंद्र कौर ने कहा कि यह वाहे गुरु जी की कृपा का फल है कि मुझे तीसरी बार यात्रा पर जाने का मौका मिला है। वहां की संगत हमारी बहुत सेवा करती है। किसी चीज की कमी नहीं होती।

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