Jammu : तवी नदी से अवैध रूप से खनन सामग्री निकालते 13 वाहन जब्त

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार मीरा साहिब पुलिस ने एक ट्रैक्टर ट्राली को जब्त किया। जबकि कानाचक्क पुलिस ने भी एक ट्रैक्टर ट्राली को जब्त किया। इसी प्रकार बिश्नाह पुलिस ने तीन वाहनों जिनमें दो डंपर और एक ट्रैक्टर ट्राली है को जब्त किया।

By Edited By: Publish:Thu, 26 May 2022 07:27 AM (IST) Updated:Thu, 26 May 2022 07:50 AM (IST)
Jammu : तवी नदी से अवैध रूप से खनन सामग्री निकालते 13 वाहन जब्त
डीएमओ गुलशन कुमार के दिशानिर्देश पर माइनिंग विभाग ने ज्यौड़ियां में नाका लगाकर एक डंपर सीज किया।

जागरण टीम, जम्मू: जिला पुलिस जम्मू के जिले के विभिन्न हिस्सों में तवी नदी में अवैध खनन करने के आरोप में बीते चौबीस घंटे में 13 वाहनों को जब्त कर लिया। इन वाहनों को मीरा साहिब, कानाचक्क, बिश्नाह, अखनूर, झज्जर कोटली और परगवाल पुलिस द्वारा जब्त कर लिया। जब्त किए गए वाहनों का चालान कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा। जिसके बाद वाहनों को छोड़ने का फैसला कोर्ट ही करेगा।

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार मीरा साहिब पुलिस ने एक ट्रैक्टर ट्राली को जब्त किया। जबकि कानाचक्क पुलिस ने भी एक ट्रैक्टर ट्राली को जब्त किया। इसी प्रकार बिश्नाह पुलिस ने तीन वाहनों जिनमें दो डंपर और एक ट्रैक्टर ट्राली है को जब्त किया। अखनूर पुलिस ने अवैध खनन में संलिप्त तीन वाहनों को जब्त किया। झज्जर कोटली पुलिस ने एक डंपर को अवैध खनन करते जब्त कर लिया। परगवाल पुलिस ने भी एक डंपर को जब्त किया है।

गौरतलब है कि उच्च न्यायालय ने तवी नदी में रेत व बजरी के खनन पर पूरी तरह से रोका लगाई हुई है। कोर्ट के निर्देश के बावजूद कुछ लोग कुछ लोग मोटर मुनाफा कमाने के चक्कर में अवैध तरीके से खनन करने में संलिप्त होते है। वहीं, डीएमओ जम्मू ने ज्यौड़ियां के जड़ में खनन सामग्री ले जाने के मामले में तीन ट्रैक्टर और एक डंपर को सीज किया। डीएमओ गुलशन कुमार के दिशानिर्देश पर माइनिंग विभाग ने ज्यौड़ियां में नाका लगाकर एक डंपर सीज किया। वहीं, अखनूर पुलिस ने भी नाका लगाकर तीन ट्रैक्टर व डंपर जब्त किए।

गोलाशाह की जमानत अर्जी खारिज : सिटी जज जम्मू ने रविंद्र गुप्ता उर्फ गोला शाह की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है। केस के मुताबिक 18 मई 2022 को कमल नाथ शर्मा की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई जिसमें याची ने कहा कि उसने ग्रेटर कैलाश में साढ़े पंद्रह मरले का प्लाट खरीदा था और उसकी चारदीवारी भी की थी। चूंकि उसकी नौकरी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रही, इस कारण वह मकान नहीं बना पाया लेकिन जब वह सेवानिवृत्त होकर लौटा तो उसने देखा कि गोला शाह ने उसके प्लाट पर कब्जा कर लिया है।

गोला शाह ने उसके प्लाट को अपने घर की चार दीवारी में शामिल कर लिया था। इस पर उसने राजस्व विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर से संपर्क किया और उन्होंने जमीन की निशानदेही करने का निर्देश दिया। राजस्व जांच में जमीन उसकी होने की बात फिर से साबित हुई। उसके बाद उसने गोला शाह से उसका प्लाट खाली करने का कई बार आग्रह किया लेकिन गोला शाह ने प्लाट खाली करने की बजाय उसे जान से मारने की धमकी दी। इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गोला शाह को गिरफ्तार किया।

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