जब चाहूं हॉकी खेलना छोड़ सकता हूं: सरदार

दस साल बाद सरदार अपने अनुभव के साथ टीम की अगुआई करने के लिए फिर तैयार हैं।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Tue, 27 Feb 2018 08:36 PM (IST) Updated:Wed, 28 Feb 2018 10:51 AM (IST)
जब चाहूं हॉकी खेलना छोड़ सकता हूं: सरदार
जब चाहूं हॉकी खेलना छोड़ सकता हूं: सरदार

नई दिल्ली, उमेश राजपूत। इस साल भारतीय हॉकी टीम को कई बड़े टूर्नामेंट खेलने हैं। इसकी शुरुआत अजलन शाह कप से होगी, जो तीन से दस मार्च के दौरान मलेशिया के इपोह में खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट के लिए मनप्रीत सिंह की जगह भारतीय टीम की कमान एक बार फिर सरदार सिंह को सौंपी गई है। सरदार ने 2008 में इपोह में इसी टूर्नामेंट में सबसे युवा कप्तान के रूप में भारतीय टीम की कमान संभाली थी और तब टीम ने रजत पदक जीता था। दस साल बाद सरदार अपने अनुभव के साथ टीम की अगुआई करने के लिए फिर तैयार हैं। सरदार सिंह से उमेश राजपूत ने खास बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश :

अजलन शाह कप के लिए आपकी बतौर कप्तान टीम में वापसी हुई है। आपको खुद से और टीम से क्या उम्मीदें हैं?

जहां तक टीम से बाहर होने की बात है तो सभी को मौका देने के लिए लिए खिलाडि़यों को रोटेट किया जा रहा है। मैं पिछले दो टूर्नामेंट में टीम का हिस्सा नहीं था। मैंने काफी मेहनत की है और मुझे एक बार फिर कप्तान के रूप में मौका मिला है। देश के लिए खेलना या टीम की कप्तानी करना गर्व की बात होती है। सभी खिलाड़ी पूरी मेहनत कर रहे हैं और सभी का ध्यान पदक लाने पर है। हमारी कोशिश रहेगी कि हम एक टीम के रूप में अपनी रणनीति को मैदान पर कारगर करने में सफल रहें। हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे और निश्चित रूप से पदक लेकर आएंगे।

शोर्ड मारिन के कोचिंग के तरीके पर क्या कहेंगे?

सभी कोचों का अपना अलग तरीका और रणनीति रहती है। मारिन के साथ भी ऐसा ही है। वह तकनीक पर ज्यादा फोकस देते हैं। मारिन को सही समय पर जिम्मेदारी दी गई है। अभी हमें काफी मैच खेलने हैं। उनके मार्गदर्शन में हम कोचिंग कैंपों में जो चीजें कर रहे हैं उनसे उम्मीद है कि अच्छे नतीजे आएंगे।

अजलन शाह में भारत को किन-किन टीमों से चुनौतियां मिल सकती हैं?

हम किसी एक टीम के खिलाफ तैयारी नहीं कर रहे हैं। हमारे लिए सभी मैच महत्वपूर्ण हैं चाहें वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हो या इंग्लैंड या अर्जेटीना के खिलाफ। हमारा फोकस मैच दर मैच रहेगा।

इस साल कई बड़े टूर्नामेंट हैं तो ऐसे में टीम का लक्ष्य क्या है?

हम टूर्नामेंट दर टूर्नामेंट अपनी रणनीति बना रहे हैं। पहले हमारा लक्ष्य अजलन शाह है। उसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और फिर विश्व कप का नंबर आता है। विश्व कप क्योंकि भुवनेश्वर में हो रहा है इसलिए हमें पता है कि हमसे वहां काफी उम्मीदें होंगी और हमें वहां काफी समर्थन मिलता है। हमारी कोशिश होगी कि हम हर जगह कम से कम पदक सुनिश्चित करें।

अजलन शाह के लिए मनप्रीत सिंह और पीआर श्रीजेश को आराम दिया गया है। टीम चयन पर क्या कहेंगे?

नहीं, ऐसा कुछ नहीं है। मैंने पहले ही कहा कि सभी खिलाडि़यों को मौका दिया जा रहा है। चयनकर्ता विश्व कप के लिए सर्वश्रेष्ठ 18 खिलाड़ी तैयार करना चाहते हैं, इसलिए लगातार खिलाडि़यों को रोटेट किया जा रहा है। इसका कुछ और मतलब नहीं निकालना चाहिए।

पिछले दिनों आपके साथ विवाद भी जुड़े। वह आपके लिए कितना मुश्किल समय रहा?

मेरे प्रशंसक कम हैं, लेकिन उनका हमेशा मुझे समर्थन मिला है। मेरा फोकस भी हमेशा अपने खेल पर रहता है। मैं कभी नहीं चाहता कि मैदान से बाहर जो चल रहा है उसका असर प्रदर्शन पर पड़े। मैं चाहूं तो कभी भी हॉकी खेलना छोड़ सकता हूं, लेकिन मैं हॉकी के सिवा कुछ नहीं कर सकता और इसके लिए अपने को मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रखने की कोशिश करता हूं।

अजलन शाह के लिए कप्तानी सौंपकर आपको सम्मानजनक विदाई देने की तैयारी कर ली गई है क्या?

इस बात में जरा भी सचाई नहीं है। मैं पहली बार आपसे ऐसा सुन रहा हूं। हमारे लिए यह साल काफी महत्वपूर्ण है और मेरा पूरा फोकस इस साल शानदार प्रदर्शन करने पर है। कम से कम इस साल तो आप मुझे खेलते देखोगे। इसके आगे का फैसला अगले साल करूंगा।

क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

अन्य खेलों की खबरों के लिए यहां क्लिक करें 

chat bot
आपका साथी