सीबीआइ की दबिश से हड़कंप, समय से पहले कर दी छुट्टी

कर दी गई। सुबह के समय सीबीआई की टीमें एक ही समय पर तीनों इंजीनियरिग कालेजों में एक साथ पहुंचीं। सभी टीमों में पांच से छह सदस्य शामिल थे और उन्हें इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी नेतृत्व कर रहे थे। जैसे ही टीमों ने अपनी कार्रवाई शुरु की कालेजों में हड़कंप मच गया। इस दौरान संस्थानों के प्रबंधन देख रहे कुछ जिम्मेवार लोगों को संस्थानों में ही रोक लिया गया और गहन पूछताछ के बाद रिकार्ड को कब्जे में लेने की कार्रवाई शुरु हुई। बताया जा रहा है कि इन संस्थानों से छात्रवृति से

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 May 2019 09:10 PM (IST) Updated:Mon, 13 May 2019 09:10 PM (IST)
सीबीआइ की दबिश से हड़कंप, समय से पहले कर दी छुट्टी
सीबीआइ की दबिश से हड़कंप, समय से पहले कर दी छुट्टी

मुकेश कुमार, हरोली

छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआइ ने सोमवार को ऊना जिल के हरोली उपमंडल के तीन इंजीनियरिग कालेजों समेत कई शिक्षण संस्थानों में दबिश दी। सीबीआइ की दबिश से संस्थान प्रबंधकों में हड़कंप मच गया। जिन इंजीनियरिग संस्थानों में छोटे स्कूल चल रहे हैं वहां आनन-फानन में समय से पहले छुट्टी कर दी गई। सोमवार सुबह सीबीआइ की टीमों ने एक साथ तीनों इंजीनियरिग कॉलेजों में दबिश दी। सभी टीमों में पांच से छह सदस्य शामिल थे और टीमों का इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी नेतृत्व कर रहे थे। संस्थानों प्रबंधकों व जिम्मेदार लोगों को भी संस्थान में ही रोक लिया गया। इन संस्थानों से छात्रवृत्ति से जुडे़ दस्तावेजों के अलावा कंप्यूटरों की हार्ड डिस्क भी कब्जे में ली गई है। हालांकि इस पूरी कार्रवाई को गोपनीय रखा गया था और बंद कमरों में यह कार्रवाई चली हुई थी। सभी संस्थानों के बाहर टीमों को लेकर आए वाहन ही नजर आ रहे थे। संस्थानों के प्रबंधकों से संपर्क किया गया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। संस्थानों के भीतर जो भी कर्मचारी थे उन पर भी पैनी नजर रखी जा रही थी। जैसे ही सीबीआइ की दबिश की जानकारी अभिभावकों को मिली तो वे जगह-जगह संपर्क करने लग पड़े। देर रात तक भी सीबीआइ की कार्रवाई चली हुई थी।

उधर पंजाब के नवांशहर में भी एक इंजीनियरिग संस्थान के अलावा कुछ अन्य संस्थानों में भी सीबीआइ के पहुंचने के बाद विद्यार्थियों के अभिभावकों में भी हड़कंप मच गया।

------------- ऑडियो क्लिप में खुलासा, कैसे होता था घोटाला

छात्रवृत्ति घोटाला करने वाले लोगों का ऑडियो क्लिप सोमवार को जारी हुआ है। इस क्लिप में ऐसे कई तथ्य उजागर हो रहे हैं घोटाले की पृष्ठभूमि और संस्थानों की मिलीभगत का भंडाफोड़ कर रहे हैं। इसमें बकायदा बताया जा रहा है कि कैसे छात्रों के नाम पर आवेदन करके उनके फर्जी बैंक खाते खुलवाए गए और उनमें कैसे पैसे निकाले जाते थे। इसमें एक नाम के छात्र का दूसरे संस्थान में भी छात्रवृत्ति प्राप्त करने की बात सामने आई है। कई तकनीकी शिक्षा देने वाले छोटे-छोटे संस्थान भी घोटाले में शामिल हैं। इस मामले में ऑडियो क्लिप में गहराई से तथ्य समझाने का प्रयास किया गया है। इन छोटे संस्थानों और स्कूलों के रिकॉर्ड को भी कब्जे में लिया जा सकता है।

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