अम्ब कालेज में पीटीए चुनाव स्थगित होने से अभिभावकों ने किया हंगामा

महाराणा प्रताप कालेज अम्ब के एक बार फिर से कोरम पूरा न होने की वजह से पीटीए (पेरेंट्स टीचर्स एसोसिएशन) का चुनाव स्थगित कर दिया गया। लेकिन माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब चुनाव में हिस्सा लेने पहुंचे कुछ अभिभावकों ने इस पर आपत्ति दर्ज करवाते हुए हंगामा कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 Oct 2021 07:38 PM (IST) Updated:Sat, 30 Oct 2021 07:38 PM (IST)
अम्ब कालेज में पीटीए चुनाव स्थगित होने से अभिभावकों ने किया हंगामा
अम्ब कालेज में पीटीए चुनाव स्थगित होने से अभिभावकों ने किया हंगामा

संवाद सहयोगी, अम्ब : महाराणा प्रताप कालेज अम्ब के एक बार फिर से कोरम पूरा न होने की वजह से पीटीए (पेरेंट्स टीचर्स एसोसिएशन) का चुनाव स्थगित कर दिया गया। लेकिन माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब चुनाव में हिस्सा लेने पहुंचे कुछ अभिभावकों ने इस पर आपत्ति दर्ज करवाते हुए हंगामा कर दिया। उन्होंने कालेज प्रशासन पर सत्ताधारी पार्टी के दबाव में पीटीए चुनाव को स्थगित करने के आरोप जड़ दिए। हालांकि बाद में कालेज प्राचार्य द्वारा अभिभावकों के चुनाव के नियम समझाने के बाद वो लोग समझ गए और 13 नवंबर को पीटीए चुनाव करवाने की सहमति बनी।

अम्ब कालेज में पीटीए के गठन के लिए गत 26 अक्टूबर को अभिभावकों को बैठक बुलाई गई थी लेकिन उस दिन केवल 15 से 20 अभिभावक ही चुनाव में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। इसके चलते चुनाव 30 अक्टूबर को स्थगित कर दिए गए थे। इस बाद होने वाले पीटीए चुनाव में रोचक बात यह है कि इस बार अध्यक्ष पद के लिए दो दावेदार मैदान में हैं। बताया जा रहा है कि अशोक चौधरी कांग्रेस और सतीश बाबा भाजपा पार्टी से संबंधित हैं जिसके चलते यह चुनाव महज आम पीटीए चुनाव न होकर पार्टी आधारित चुनाव होने वाला था। चुनाव में अपना पलड़ा भारी करने के लिए उक्त दावेदारों ने पिछले तीन दिन से काफी कसरत की थी और शनिवार को चुनाव के लिए पूरी तैयारी के साथ बैठक के लिए कालेज पहुंचे थे। लेकिन कालेज प्रशासन के अनुसार चुनाव में केवल 52 अभिभावक पहुंचे और कोरम पूरा नहीं हो पाया। इसके बाद कालेज प्रशासन ने चुनाव स्थगित करने की बात कही तो उनमें से कुछ अभिभावकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और शनिवार को ही चुनाव करवाने के लिए अड़ गए। अभिभावकों कहना था कि वो लोग दूर-दूर अपने काम छोड़कर चुनाव में हिस्सा लेने पहुंचे है। वहीं, राजनीतिक पार्टियों जुड़े कुछ लोगों ने पीटीए चुनाव को सत्तापक्ष और विपक्ष जोड़ दिया और सत्तापक्ष पर हार के डर से कालेज प्रशासन पर दबाव डालकर चुनाव स्थगित करवाने के आरोप लगाए। दूसरी तरफ कालेज प्रशासन ने ऐसे आरोपों को नकारते हुए नियमों का हवाला दिया। इसके बाद कुछ देर गहमागहमी होने के बाद चुनाव को अगली तिथि के लिए स्थगित कर दिया गया।

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