चितपूर्णी में तेज बाइक चलाना बना फैशन
र काटते बाइकर्स लगातार परेशानी का सबब बने हुए हैं। अपनी जान से खिलवाड़ करने वाले ये बाइकर्स दूसरे वाहन चालकों के लिए भी सड़क पर खतरा पैदा कर रहे हैं। बिना मकसद के कस्बे की सड़कों पर बाइक को तेज गति से दौड़ा रहे ये युवा स्थानीय पुलिस प्रशासन के लिए भी चुनौती देते फिर रहे हैं। वैसे भी चितपूर्णी क्षेत्र की सड़कें काफी तंग व संकरी
चितपूर्णी : चितपूर्णी की सड़कों पर तेज रफ्तार चक्कर काटते बाइकर्स लगातार परेशानी का सबब बने हुए हैं। अपनी जान से खिलवाड़ करने वाले ये बाइकर्स दूसरे वाहन चालकों के लिए भी सड़क पर खतरा पैदा कर रहे हैं। बिना मकसद के कस्बे की सड़कों पर बाइक को तेज गति से दौड़ा रहे ये युवा स्थानीय पुलिस प्रशासन के लिए भी चुनौती देते फिर रहे हैं।
वैसे भी चितपूर्णी क्षेत्र की सड़कें काफी तंग व संकरी हैं। ऐसे में तेज बाइकर्स की वजह से कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। जवाल गांव की रामपुरिया बस्ती के नजदीक कुछ महीने पहले दो बार बाइक से बाइक टकरा गए थे, जिसमें तीन से ज्यादा लोग घायल हो गए। दोनों मामलों में तेज गति ही दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेवार रही। इतना ही पिछले तीन वर्ष में तेज रफ्तार से बाइक चलाने से दस से ज्यादा दुर्घटनाएं हुई हैं। ऐसे में बेलगाम बाइकर्स सड़कों पर हर किसी के लिए बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं। वो भी तब जब बदलते परिवेश में अब महिलाएं व युवतियां भी बड़ी संख्या में ऑफिस, स्कूल या कॉलेज जाने के लिए स्कूटी का इस्तेमाल कर रही हैं। इस सवारी के उपयोग से बेशक महिलाओं की समय की बचत के साथ आत्मविश्वास भी बढ़ा है, लेकिन तेज रफ्तार बाइकर्स का उन्हें भी सदैव डर रहता है। धर्मसाल महंता पंचायत प्रधान गुरमीत कौर का साफ कहना था कि सड़क के बीचों-बीच बाइकर्स का स्टंट उनके लिए तो जानलेवा हो सकता है, साथ में किसी और की भी जिदगी दांव पर लग सकती है। आग्रह किया कि पुलिस को ऐसे युवाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, थाना प्रभारी जगवीर सिंह सिंह का कहना है कि पुलिस समय-समय पर कानून का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करती है और तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों के भी चालान नियमित रूप से काटे जाते हैं।
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