मौसम के अनुसार शोध बदलने की जरूरत : राज्यपाल

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को बढ़ावा देने

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 08:23 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 08:23 PM (IST)
मौसम के अनुसार शोध बदलने की जरूरत : राज्यपाल
मौसम के अनुसार शोध बदलने की जरूरत : राज्यपाल

संवाद सहयोगी, सोलन : राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को बढ़ावा देने के साथ शोध कार्यो में मौसम के अनुसार बदलाव लाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने राजभवन शिमला से डा. वाइएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के 36वें स्थापना दिवस पर ऑनलाइन विज्ञानियों और विद्यार्थियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़े।

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि इस संस्थान ने तीन दशकों से ज्यादा समय में बागवानी व वानिकी शिक्षा, अनुसंधान और विस्तार शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है। इसके फलस्वरूप ही नई कृषि तकनीक खेतों तक पहुंची है। शिक्षा मंत्रालय ने इस वर्ष जारी रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूट ऑन इनोवेशन अचीवमेंट में नौणी विश्वविद्यालय को देश के सभी सरकारी विवि की श्रेणी में शीर्ष बैंड-ए में शामिल किया है। कृषि विवि की रैंकिंग में भी नौणी विवि देश में 12वें स्थान पर है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विज्ञानियों को शोध कार्य जमीनी स्तर पर ले जाना चाहिए, तभी वांछित परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. परविदर कौशल ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने शोध कार्यो व विभिन्न विषयों पर प्रस्तुति दी। इस अवसर पर प्रदेश के प्रगतिशील किसानों व बागवानों को सम्मानित भी किया गया। बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश देश का फल राज्य बनने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका श्रेय शोध गतिविधियां को जाता है। इस मौके पर कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर, वन मंत्री राकेश पठानिया मुख्यमंत्री के साथ शिमला से, जबकि स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े।

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