निकाह की खुशियां मनाने निकला था परिवार

राजन पुंडीर, नाहन निकाह की खुशियां दस दिन बाद ही मातम में बदल गई। कादिर अली ने आंखों के सामने बेगम

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Feb 2017 07:14 PM (IST) Updated:Sat, 25 Feb 2017 07:14 PM (IST)
निकाह की खुशियां मनाने निकला था परिवार
निकाह की खुशियां मनाने निकला था परिवार

राजन पुंडीर, नाहन

निकाह की खुशियां दस दिन बाद ही मातम में बदल गई। कादिर अली ने आंखों के सामने बेगम तौकिर को दम तोड़ते देखा। कादिर अली चीड़ के घने जंगल में रात को सहायता के लिए चिल्लाता रहा, लेकिन नेशलन हाइवे से करीब 500 मीटर दूर रात को उसकी पुकार कोई नहीं सुन सका। शायद कोई कादिर की चीख पुकार सुन लेता तो तौकिर की जान बचाई जा सकती थी। हादसे में कादिर के भाई सलीम की भी मौत हो गई।

घायल कादिर किसी तरह दुघर्टनाग्रस्त बोलेरो से चार वर्षीय भतीजी फतिमा के साथ बाहर निकला और सड़क तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन कंटीली झाड़ियां और गहरी खाई से बाहर निकलने में काफी समय लग गया। सुबह छह बजे के करीब कादिर सड़क के नजदीक पहुंचा तो कनलोग के ग्रामीणों ने उसकी व बच्ची की रोने की आवाज सुनी, जब तक ग्रामीण सहायता के लिए पहुंचे उसकी नवविवाहिता दम तोड़ चुकी थी। कादिर अली ने बताया कि उसका निकाह दस दिन पहले हुआ था। वह परिवार के सदस्यों के साथ शिमला घूमने आए थे। शिमला से मसूरी जा रहे थे, जहा से घूमने के बाद वापस घर मुज्जफरनगर जाना था।

निकाह के बाद कादिर अली अपनी बेगम तौकिर, बड़े भाई सलीम, भाभी फिरदोश व भतीजी फतिमा के साथ घूमने निकला था।

नन्हीं फतिमा गाड़ी में रात को अपनी मां की गोद में सोई हुई थी, जब हादसे के बाद होश आया तो वह मम्मी-मम्मी चिल्लाती रही, मगर उसकी मा गंभीर हालात में सचेत पड़ी थी।

तीखे मोड़ पर यह पांचवां हादसा

पिछले कुछ समय में कनलोग के तीखे मोड़ पर यह पांचवां हादसा है। इस दुर्घटना से पहले भी यहा पर कई वाहन हादसे का शिकार हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन व लोक निर्माण विभाग ने कभी इस ब्लैक स्पॉट को ठीक करवाने का प्रयास नहीं किया। हाल ही में एनएच ने इस मार्ग को अपने अधीन लिया है। एनएचएआइ कब नाहन-शिमला एनएच के ब्लैक स्पॉट को ठीक करवाए यह तो समय ही बताएगा, लेकिन प्रश्न इस बात पर उठ रहा है कि सरकार इस ब्लैक स्पॉट पर और कितने हादसों का इंतजार कर रही है।

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