नलों में नहीं आ रहा पानी, स्रोत भी सूखे

पावटा साहिब की ग्राम पंचायत बाड़थल मधाना के मधाना गाव के लोग पानी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Mar 2018 03:01 AM (IST) Updated:Wed, 21 Mar 2018 03:01 AM (IST)
नलों में नहीं आ रहा पानी, स्रोत भी सूखे
नलों में नहीं आ रहा पानी, स्रोत भी सूखे

जागरण संवाददाता, नाहन : पावटा साहिब की ग्राम पंचायत बाड़थल मधाना के मधाना गाव के लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं। अभी गर्मिया शुरू भी नहीं हुई हैं और लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की स्कीम से आने वाला पानी भी इस गाव के लोगों को नहीं मिल रहा है। गाव के आसपास प्राकृतिक जलस्रोत भी सूखने की कगार पर हैं। ऐसे में लोगों को अपने और पालतु पशुओं के लिए पेयजल को मुहैया करवाना मुश्किल हो रहा है। हालाकि पंचायत प्रधान की ओर से एक हैंडपंप के जरिए लोगों को थोड़ा बहुत पानी दिया जा रहा है। गाव के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से केवल मात्र एक नल पानी का लगाया गया है। उस नल पर लगभग 30 परिवारों के लोग आश्रित हैं। यहां भी पेयजल आपूर्ति न के बराबर है। विभाग को कई मर्तबा इसके समाधान के लिए माग पत्र भी दिए गए हैं, मगर अभी तक कोई हल नहीं निकला है। सबसे ज्यादा परेशानी मई और जून में लोगों को उठानी पड़ती है। गिरी नदी से उठाऊ पेयजल योजना से अभी तक उनके गाव को पेयजल की स्कीम नहीं दी गई है। इसके अलावा विभाग की जो पुरानी स्कीम है। उससे भी पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। बाड़थल मधाना गाव में पेयजल समस्या को लेकर सोमवार को जिला परिषद सदस्य संतोष कपूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल डीसी ललित जैन से मिला। प्रतिनिधि मंडल में शामिल प्रधान बाबूराम, वार्ड सदस्य पूर्णा देवी, सुरोजना कला देवी, शीला, गीता, जय देवी, कौशल्या देवी और सरोज बाला ने डीसी को उक्त गाव में पेयजल समस्या से अवगत करवाया। साथ ही इसके समाधान का आग्रह भी किया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने ग्राम मधाना के लिए जल्द से जल्द नई स्कीम से पाइप लाइन बिछाने और लोगों को घरों में पानी के कनेक्शन देने की माग की। इसके अलावा जब तक नई पाइप लाइन नहीं बिछाई जाती तब तक लोगों को अस्थायी तौर पर पीने के पानी की व्यवस्था की जाए। मधाना गाव में खराब पड़े हैंडपंप की मरम्मत करवाई जाए। उधर जिला परिषद सदस्य संतोष कपूर ने कहा कि उक्त गाव की पेयजल समस्या को कई बार विभाग से उठाया गया है। उन्होंने कहा कि यदि पेयजल व्यवस्था नहीं की जाती तो ग्रामीण विरोध प्रदर्शन से भी गुरेज नहीं करेंगे।

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