बाबा गरीब नाथ मंदिर को सरकार अपने अधीन ले

गोबिद सागर झील के किनारे बसे रायपुर पंचायत के कोलका गांव में वर्षो पुराने बाबा गरीब नाथ मंदिर अंदरोली के मुख्य सेवक पंडित जगन्नाथ ने बंगाणा एसडीएम शमशेर सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Sep 2019 05:56 PM (IST) Updated:Thu, 12 Sep 2019 06:36 AM (IST)
बाबा गरीब नाथ मंदिर को सरकार अपने अधीन ले
बाबा गरीब नाथ मंदिर को सरकार अपने अधीन ले

संवाद सहयोगी, बंगाणा : गोबिद सागर झील के किनारे बसे रायपुर पंचायत के कोलका गांव में वर्षो पुराने बाबा गरीब नाथ मंदिर अंदरोली के मुख्य सेवक पंडित जगन्नाथ ने बंगाणा एसडीएम शमशेर सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में बाबा गरीब नाथ मंदिर का सरकारीकरण करने की मांग उठाई है। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि बाबा गरीब नाथ मंदिर 500 वर्ष पुराना है। उनके पूर्वज ही मंदिर में पूजा अर्चना करते रहे और 1962 में बीबीएमबी का गठन होने पर 1965 में पिता कर्म चंद बाबा गरीब नाथ में पूजा अर्चना करने लगे। 1988 तक पिता कर्म चंद ही पूजा-अर्चना करते रहे। उनकी 1988 में मृत्यु होने पर गांववासियों ने मुझे मंदिर की बागडौर सौंप दी। 2012 में एक मंत्री के इशारे पर बाबा गरीब नाथ मंदिर कोलका की एक बाहरी कमेटी बन गई। अब जो भी दानपात्र रखे हैं, उनको तालाबंदी कर दी गई है। पिछले छह साल से बाहरी कमेटी ही दानपात्रों से पैसे निकाल कर उनका दुरुपयोग कर रही है। उक्त कमेटी मनमर्जी से खर्च कर रही है। वर्तमान में अगर मंदिर के इतिहास और पैसे को बचाना है तो मंदिर का सरकारीकरण होना अनिवार्य है।

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बाबा गरीब नाथ मंदिर में कुछ बाहरी लोगों की दखलअंदाजी से मंदिर का माहौल खराब हो रहा है। मुख्य सेवादार को मंदिर में बैठने नहीं दिया जा रहा है। अगर बाबा गरीब नाथ मंदिर कोलका का सरकारीकरण हो जाए तो मंदिर भी विकसित होगा, वहीं स्थानीय पंचायत के बेरोजगारों को भी रोजगार मिलेगा।

मोहन सिंह, पंचायत प्रधान।

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बाबा गरीब नाथ मंदिर के मुख्यसेवक जगन्नाथ शर्मा ने मंदिर के सरकारीकरण के लिए ज्ञापन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को प्रशासन के माध्यम से भेजा है। ज्ञापन को सीएम जयराम ठाकुर को भेज दिया है। आगे जो भी आदेश होंगे, उनका पालन किया जाएगा।

शमेशर सिह, कार्यवाहक एसडीएम बंगाणा।

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कुछ समय से बाबा गरीब नाथ मंदिर की शिकायतें आ रही हैं। बाहरी कमेटी के हस्तक्षेप होने से मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंच रही है। अगर मुख्य सेवक जगन्नाथ शर्मा ने सरकार को मंदिर के सरकारीकरण होने का ज्ञापन दिया है। तो अब बाबा गरीब नाथ मंदिर कोलका को पर्यटक की दृष्टि से विकसित करवाकर सरकार मंदिर का जीर्णोद्धार करेगी।

वीरेंद्र कंवर, कैबिनेट मंत्री।

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