ट्रकों की हड़ताल में फंसा सेब

ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल का असर सेब की ढुलाई पर पड़ा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Jul 2018 09:43 PM (IST) Updated:Thu, 26 Jul 2018 09:43 PM (IST)
ट्रकों की हड़ताल में फंसा सेब
ट्रकों की हड़ताल में फंसा सेब

राज्य ब्यूरो, शिमला : ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल का असर सेब की ढुलाई पर पड़ा है। सेब को बाजार तक पहुंचाने में बागवानों की चिंता बढ़ती जा रही है। बुधवार को स्वारघाट और परवाणू बैरियरों से केवल पंद्रह ट्रक ही सेब लेकर निकले। अभी तक 25 हजार सेब पेटियां ही प्रदेश से बाहर निकल पाई हैं। सेब सीजन देरी से शुरू होने और अब ट्रकों की हड़ताल का असर साफ नजर आने लगा है। ऑपरेटरों की हड़ताल खत्म होने पर ही सेब ढुलाई के लिए ट्रक उपलब्ध हो पाएंगे। अभी जीपों से सेब ढुलान हो रहा है, जो पर्याप्त नहीं है। ऐसे में साफ है कि पहले से मौसम की मार झेल रहे सेब बागवानों को अब ढुलाई के लिए पसीना बहाना पड़ेगा। ऐसे में उन्हें दोहरी मार पड़ेगी।

उधर, बागवानी विभाग ने साफ कर दिया है कि इस बारे में महकमा कोई समाधान नहीं निकाल सकता है। लिहाजा हड़ताल खत्म होने का इंतजार करना पडे़गा। विभाग के निदेशक एमएल धीमान ने बताया कि ट्रकों की हड़ताल की वजह से सेब की ढुलाई बाधित हुई है। हालांकि सेब की ढुलाई के लिए और बागवानों की सुविधा के लिए कंट्रोल रूम खोल दिए हैं। लगातार बारिश होने से सेब का रंग नहीं बनता है। अभी सेब को किसी प्रकार का नुकसान होने की कोई बात नहीं है। इस वर्ष तुलनात्मक दृष्टि से सेब की फसल कम है। परवाणू से नौ ट्रक निकले

बुधवार को परवाणू से सेब के नौ ट्रक ही दूसरे राज्यों को सेब लेकर निकले और 4078 सेब पेटियों की ढुलाई हुई। इससे पहले 21 हजार सेब की पेटियां गई थी। इन दिनों सामान्य तौर पर हर दिन सेब लेकर तीस ट्रक निकलते थे। सेब सीजन दस जुलाई से शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक इसमें तेजी नहीं आई है। स्वारघाट से गए पांच ट्रक

एक दिन में 2098 सेब की पेटियों की ढुलाई हुई। ट्रक उपलब्ध नहीं होने के कारण पिकअप से सेब दूसरी मंडियों में जा रहा है। 24 जुलाई को 804 पेटी सेब बाहर निकला था। पिछले दो दिनों से ही सेब की एंट्री हो रही है। फागू कंट्रोल रूम में 260 जीपें

बागवानी विभाग की ओर से शिमला शहर के साथ लगते फागू में सेब की पेटियों की गणना करने के लिए कंट्रोल रूम खोला है। एक दिन में 260 पिकअप जीप सेब लेकर ढली की ओर रवाना हुई। कंट्रोल रूम के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार यहां से 1,31,163 सेब की पेटियां निकल चुकी हैं।

सिंघा ने हड़ताल बंद करवाने को सीएम से मांगा हस्तक्षेप

राज्य ब्यूरो, शिमला : माकपा के विधायक राकेश सिंघा ने मुख्यमंत्री को को पत्र लिखकर ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के बारे में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। पत्र के मुताबिक इस हड़ताल से हिमाचल के किसान बुरी तरह से प्रभावित हैं। प्रदेश में परिवहन का मात्र सड़क यातायात ही साधन है। ऑल इंडिया मोटर ट्रासपोर्ट काग्रेस ने यह घोषणा कर रखी है कि सब्जियों, फलों व डेयरी उत्पादों को हड़ताल से दूर रखा जाएगा, लेकिन यह वास्तव में नहीं हो रहा है। नतीजतन लगातार हड़ताल के कारण राज्य के किसान मुख्य रूप से सब्जी व फ ल उत्पादक बुरी तरह से प्रभावित हैं। विभिन्न हिस्सों में सेब, नाशपाती की फसल तैयार है, लेकिन ट्रक उपलब्ध न होने से मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रही है। इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।

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