ट्रॉमा सेंटर के लिए 25 को होगा मंच का गठन

उपमंडल के पंचायत प्रतिनिधियों और किसानों ने ट्रामा सेंटर को ठियोग में खोलने और सिविल अस्पताल में कर्मचारियों की कमी को लेकर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पूर्व विधायकों, पंचायत प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं से एक

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 09:48 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 09:48 PM (IST)
ट्रॉमा सेंटर के लिए 25 को होगा मंच का गठन
ट्रॉमा सेंटर के लिए 25 को होगा मंच का गठन

सुनील ग्रोवर, ठियोग

उपमंडल के पंचायत प्रतिनिधियों और किसानों ने ट्रॉमा सेंटर को ठियोग में खोलने और सिविल अस्पताल में कर्मचारियों की कमी को लेकर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पूर्व विधायकों, पंचायत प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं से एक मंच पर आने का आह्वान किया है। ठियोग के हितों की रक्षा करने के लिए इस मंच का गठन 25 फरवरी को किया जाएगा। ठियोग के विश्राम गृह में विभिन्न पंचायत प्रतिनिधियों ने ट्रॉमा सेंटर ठियोग में खोलने का समर्थन करते हुए सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।

प्रतिनिधियों के अनुसार सरकार ट्रॉमा सेंटर के उपयुक्त स्थान के लिए सर्वे करवाकर सही जगह का चुनाव करें। प्रतिनिधियों ने ठियोग के सिविल अस्पताल में मेडिसिन, एनेस्थीसिया और सर्जरी के डॉक्टरों के तबादले और विभाग बंद करने पर भी सवाल उठाया है। प्रतिनिधियों के मुताबिक सरकार जल्द ठियोग के विभिन्न सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरने पर अपना रुख साफ करे। प्रतिनिधियों ने एसडीएम ठियोग के तीन दिन तक कोटखाई में बैठने के निर्णय को गलत बताया। उनके अनुसार इस निर्णय से एसडीएम कार्यालय के कर्मचारियों और आम जनता को परेशानी हो रही है, जिसके लिए सरकार इस निर्णय को तुरंत वापस लेने का आदेश पारित करे। कामरेड संदीप वर्मा ने बस अड्डे और अस्पताल के निर्माण में हो रही देरी को राजनीति से प्रेरित बताया। देवरीघाट पंचायत प्रधान सुरेश वर्मा के अनुसार ट्रॉमा सेंटर के लिए ठियोग उपयुक्त स्थान है। ट्रॉमा सेंटर के उपयुक्त स्थान पर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए, जबकि भाजपा ट्रॉमा सेंटर को कोटखाई में खोलने के लिए राजनीति का सहारा ले रही है, जबकि ट्रॉमा सेंटर के ठियोग में खुलने से ऊपरी शिमला के अधिकतर भागों को फायदा होगा। चिखड़ पंचायत के प्रधान राकेश कुमार ठियोग में ट्रॉमा न खोले जाने की पीछे ठियोग में सीपीआइएम का विधायक होना है। उनके अनुसार ट्रॉमा सेंटर खोले जाने के लिए ठियोग उपयुक्त स्थान है, जिसके ऊपर सरकार को विचार करना चाहिए। जिला परिषद के पूर्व सदस्य सोहन ठाकुर के अनुसार ट्रॉमा सेंटर की घोषणा से पहले सरकार को सर्वे करवाना चाहिए था। सोहन ठियोग के सिविल अस्पताल की दुर्दशा से आहत हैं उनके अनुसार सिविल अस्पताल खुद ट्रॉमा में जाने की सूरत में है, जिसका कारण डॉक्टरों का ट्रांसफर होना और स्टाफ की कमी होना है। ठाकुर ने सभी राजनीतिक दलों से साथ आने का आह्वान किया है। ददास पंचायत के प्रधान सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि ट्रॉमा सेंटर को खोलने के लिए ठियोग ही सही जगह है। वर्मा के अनुसार वर्तमान भाजपा सरकार बांटने की राजनीति में ठियोग के हितों की अनदेखी कर रही है, जिसे किसी भी सूरत में सफल नहीं होने दिया जाएगा। ट्रॉमा सेंटर को ठियोग में खोले जाने के लिए संघर्ष का रास्ता अपनाया जाएगा, जिसके लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सोचने की जरूरत है।

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