एसजेवीएनएल अरुणाचल में करेगा 60000 करोड़ का निवेश

सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) अरुणाचल प्रदेश में पांच हाइडल प्रोजेक्ट का निर्माण करेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Dec 2021 10:46 PM (IST) Updated:Wed, 29 Dec 2021 10:46 PM (IST)
एसजेवीएनएल अरुणाचल में करेगा 60000 करोड़ का निवेश
एसजेवीएनएल अरुणाचल में करेगा 60000 करोड़ का निवेश

राज्य ब्यूरो, शिमला : सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) अरुणाचल प्रदेश में पांच हाइडल प्रोजेक्ट का निर्माण करेगा। इनसे 5097 मेगावाट विद्युत उत्पादन होगा, जबकि 60 हजार करोड़ का निवेश होगा। पांचों प्रोजेक्ट के लिए जल्द एमओयू साइन किए जाएंगे। इस संबंध में निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने अरुणाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री चाउना मीन के साथ दिल्ली में बैठक की।

उन्होंने बताया कि केंद्रीय विद्युत मंत्री आरके सिंह के प्रयास से अरुणाचल प्रदेश सरकार ने परियोजनाएं आवंटित करने का आग्रह स्वीकार कर लिया है। इस मौके पर एसजेवीएनएल के निदेशक (वित्त) एके सिंह भी उपस्थित रहे।

ये हैं प्रोजेक्ट

-एटालिन एचईपी (3097 मेगावाट)

-अटुनली एचईपी (680 मेगावाट)

-एमिनी एचईपी (500 मेगावाट)

-अमुलिन एचईपी (420 मेगावाट)

-मिहुमडोन एचईपी (400 मेगावाट)

आवंटन पर जताई खुशी

नंदलाल शर्मा ने कहा कि वह हमेशा से एकीकृत नदी बेसिन विकास दृष्टिकोण की अवधारणा की वकालत करते रहे हैं। इसके अनुसार एक नदी बेसिन में एक डेवलपर को जलविद्युत परियोजनाओं का आवंटन करने से जनशक्ति, आधारभूत संरचना व वित्तीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश सरकार की ओर से इन परियोजनाओं को आवंटित करने पर खुशी जताई।

आठ से 10 वर्ष में पैदा होगी बिजली

नंदलाल शर्मा ने कहा कि इन प्रोजेक्टों में कमीशनिंग आठ से 10 वर्ष में कर दी जाएगी। इनसे सालाना करीब 20 हजार मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन होने की संभावना है। इनमें से कुछ परियोजनाओं की रिपोर्ट पहले ही तैयार की जा चुकी है, जबकि कुछ परियोजनाएं सर्वेक्षण व अन्वेक्षण चरण में हैं। इन परियोजनाओं के आवंटन के साथ एसजेवीएनएल उत्तर पूर्वी क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज करेगा।

क्या है लक्ष्य

एसजेवीएनएल भारत सहित नेपाल व भूटान में हाईड्रो, सोलर, विड, थर्मल व पावर ट्रांसमिशन क्षेत्र में कार्य कर रहा है। हाल के वर्षों में कंपनी के पोर्टफोलियो में तेजी से वृद्धि हुई है। 16000 मेगावाट से अधिक क्षमता के साथ 41 परियोजनाएं विकास के विभिन्न चरणों में हैं। एसजेवीएनएल ने 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 12000 मेगावाट व 2040 तक 25000 मेगावाट क्षमता हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

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