कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी के साथ लग रही ओपीडी

जागरण संवाददाता शिमला चिल्ड्रन ओपीडी के बाहर लोगों की आवाजाही जारी थी। अभिभावक बच्चा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Feb 2021 04:35 PM (IST) Updated:Thu, 11 Feb 2021 04:35 PM (IST)
कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक
दूरी के साथ लग रही ओपीडी
कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी के साथ लग रही ओपीडी

जागरण संवाददाता, शिमला : चिल्ड्रन ओपीडी के बाहर लोगों की आवाजाही जारी थी। अभिभावक बच्चों को लेकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। अभिभावक हाथ में पर्ची लिए बच्चे की जांच के लिए जल्दी में थे। वहीं ओपीडी के भीतर विशेषज्ञ डाक्टर बच्चों की जांच में व्यस्त थे।

मरीज और डाक्टर के बीच दो से तीन फीट की दूरी रखी गई थी ताकि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाए शारीरिक दूरी के नियमों का पालन हो सके। डाक्टर बच्चे के तीमारदारों से बीमारी के लक्षण के बारे में पूछ रहे थे और पर्ची पर दवा लिख रहे थे। एक समय पर केवल एक ही मरीज को अंदर आने की अनुमति दी जा रही थी।

बाल रोग विशेषज्ञ डा. राजेश राणा ने बताया कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है, इसलिए सरकार की ओर से बचाव के लिए सुझाए गए नियमों का पालन जरूरी है। इसके अलावा बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की अपेक्षा काफी कम होती है, इसलिए ओपीडी में भीड़ इकट्ठा होने नहीं दी जाती है। वहीं बच्चों के साथ जो तीमारदार आते हैं उनका मास्क पहनकर ही अंदर आना सुनिश्चित किया जाता है। घर पर अगर किसी सदस्य को खांसी व जुकाम की शिकायत है तो बच्चों को उनसे दूर रखें। खांसी व जुकाम होने पर टेस्ट करवा लें और खुद को आइसोलेट कर लें। बच्चों के भोजन में सीजनल फल व सब्जियां जरूर शामिल करें। बच्चों का लाइफ स्टाइल हुआ हेल्दी

कोरोना काल के कारण करीब एक साल से बच्चों के स्कूल बंद हैं। इस कारण बच्चे घर पर बना खाना खाते हैं। घर पर रहने से बच्चों के बीमार होने के स्तर में कमी आई है, जोकि राहत भरी बात है। बच्चों का लाइफ स्टाइल हेल्दी हुआ है, इस कारण बच्चे कम बीमार हो रहे हैं। छोटे बच्चों में सर्दी, डायरिया, बुखार जैसी समस्याएं देखने को मिल रही हैं जोकि इस मौसम में सामान्य हैं।

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