बस और मैस चार्ज विवाद पर धरने पर बैठीं नर्सिग कालेज की छात्राएं

राजधानी शिमला में एक निजी नर्सिग कालेज में बस व मैस चार्जेज विवाद को लेकर छात्राओं ने धरना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:09 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:09 PM (IST)
बस और मैस चार्ज विवाद पर धरने पर बैठीं नर्सिग कालेज की छात्राएं
बस और मैस चार्ज विवाद पर धरने पर बैठीं नर्सिग कालेज की छात्राएं

जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में एक निजी नर्सिग कालेज में बस व मैस चार्जेज विवाद को लेकर छात्राओं ने धरना दिया। सुबह से ही कालेज कैंपस में छात्राओं ने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। छात्राओं का आरोप है कि उनकी क्लीनिकल ड्यूटी आइजीएमसी अस्पताल में लगी है। इसके लिए वे बसों में कालेज हास्टल से आइजीएमसी जाती हैं। प्रोस्पेक्ट्स में यह कहीं पर भी नहीं दर्शाया गया था कि क्लीनिकल ड्यूटी पर जाने के लिए उनसे ट्रांसपोटेशन के चार्ज किए जाएंगे। दो हजार रुपये हर महीने उनसे लिए जा रहे हैं। इसी तरह मैस चार्जेज के भी अतिरिक्त पैसे उनसे मांगे जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में छात्राओं पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है। जब तक कालेज प्रशासन उनकी मांगों को नहीं मानता उनका आंदोलन जारी रहेगा। नाम न बताने की शर्त पर छात्राओं ने कहा कि वे नाइट ड्यूटी करने के बाद जब हास्टल आती हैं तो उन्हें मैस में खाना खाने का समय नहीं बचता। ऐसे में वे खाना मैस से पैक करवाकर ही नाइट ड्यूटी के लिए जाती हैं। पहले ही मैस के वे पांच हजार रुपये प्रतिमाह दे रही हैं, लेकिन इसके बाद भी खाना पैक करने के उनसे तीन से चार हजार रुपये अतिरिक्त वसूले जा रहे हैं। अतिरिक्त चार्ज देने के लिए उन्हें कालेज की ओर से बाध्य किया जा रहा है, जिसके चलते वे धरने पर बैठी हैं। नियामक आयोग ने निजी बीएड कालेज से मांगा रिकार्ड

समरहिल में चल रहे एक निजी बीएड कालेज की भी शिकायत निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के पास पहुंची है। इसमें नियामक आयोग ने कालेज को मंगलवार तक का समय दिया है। इसमें कालेज प्रबंधन से अनियमितताओं को लेकर जवाब मांगा गया है। प्रशिक्षु छात्रों का आरोप है कि कालेज दो से तीन कमरों में चल रहा है और यहां पर छात्रों को किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। कालेज प्रबंधन में से कोई भी बातचीत करने को तैयार नहीं है।

निजी शिक्षण नियामक आयोग के अध्यक्ष अतुल कौशिक ने बताया कि कालेजों की शिकायतें आई हैं जिसके लिए जवाब मांगा गया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं आया तो उक्त कालेजों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

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