मंडी से कंगना का प्रतिभा नहीं विक्रमादित्य करेंगे मुकाबला? जानिए मां के बजाय बेटे पर क्यों दांव लगा सकती है कांग्रेस

Lok Sabha Election 2024 हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से प्रतिभा सिंह और विक्रामदित्य के नाम पर असमंजस है। जहां पहले कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में प्रतिभा सिंह का नाम सामने आ रहा था। वहीं अब कांग्रेस उनके बेटे विक्रमादित्य पर दांव चल सकती है। कांग्रेस से विक्रमादित्य सिंह के चुनाव में उतरने की चर्चा के बीच भाजपा ने अपनी रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है

By Jagran NewsEdited By: Prince Sharma Publish:Wed, 10 Apr 2024 11:51 AM (IST) Updated:Wed, 10 Apr 2024 11:51 AM (IST)
मंडी से कंगना का प्रतिभा नहीं विक्रमादित्य करेंगे मुकाबला? जानिए मां के बजाय बेटे पर क्यों दांव लगा सकती है कांग्रेस
मंडी से कंगना का प्रतिभा नहीं विक्रमादित्य करेंगे मुकाबला?

HighLights

  • मंडी सीट से प्रतिभा सिंह नहीं विक्रमादित्य हो सकते हैं कांग्रेस प्रत्याशी
  • कंगना को विक्रमादित्य की संभावित चुनौती ने मुकाबला रोचक बनाया

रोहित नागपाल, शिमला। Himachal Lok Sabha Election 2024: मंडी संसदीय क्षेत्र में दो युवा प्रत्याशियों के बीच मुकाबले की संभावना है। भाजपा ने अभिनेत्री कंगना रनौत को टिकट दिया है, कांग्रेस का टिकट मंत्री विक्रमादित्य सिंह को मिलने की संभावना है। विक्रमादित्य की भी युवा वर्ग में अच्छी पकड़ है। करीबी मुकाबला हो सकता है।

कंगना को टिकट दिया तो नाराज हो गए महेश्वर

कांग्रेस से विक्रमादित्य सिंह के चुनाव में उतरने की चर्चा के बीच भाजपा ने अपनी रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है। 2022 के विधानसभा चुनाव में विद्रोह करने वाले नेताओं की भाजपा में वापसी होगी।

हालांकि, ऐसा प्रदेशभर में किया जाना है, लेकिन शुरुआत मंडी संसंदीय क्षेत्र से की जा रही है। निर्दलीय चुनाव लड़ चुके नेताओं को पार्टी साथ जोड़ेगी। कंगना रनौत को टिकट देने से नाराज पूर्व लोकसभा सदस्य महेश्वर सिंह भी मान गए हैं।

दानवेंद्र सिंह बने भाजपा के पदाधिकारी

सोमवार को महेश्वर सिंह के बेटे दानवेंद्र सिंह को पार्टी का पदाधिकारी बनाया गया है। बताया जा रहा है कि पूर्व सांसद के दूसरे बेटे हितेश्वर सिंह को भी पार्टी में लाया जाएगा। लाहुल स्पीति में विधानसभा उपचुनाव में टिकट न मिलने से नाराज पूर्व मंत्री रामलाल मार्कंडेय से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीब बिंदल ने बात की है।

यह भी पढ़ें- नशीली दवाओं के साथ पंजाब के पूर्व मंत्री के बेटे समेत पांच गिरफ्तार, NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज

मार्कंडेय कांग्रेस
से टिकट मांग रहे हैं, लेकिन जिला कांग्रेस पदाधिकारियों के विरोध के कारण उन्हें टिकट मिलना मुश्किल है। आने वाले समय में भाजपा किन्नौर, आनी, सुंदरनगर, मंडी सदर, बंजार और कुल्लू से 2022 के
चुनाव में विद्रोह कर निर्दलीय चुनाव लड़े सभी नेताओं की घर वापसी करवाई जाएगी।

भाजपा की हार का कारण थे विद्रोही

60 हजार से अधिक मत लिए मंडी संसदीय क्षेत्र में भाजपा से विद्रोह कर विधानसभा चुनाव में उतरे नेताओं ने 60 हजार से अधिक मत प्राप्त किए थे। इसमें से कुल्लू, किन्नौर में तो भाजपा प्रत्याशी की हार का कारण भी विद्रोही बने थे।

ऐसे में भाजपा लोकसभा चुनाव के दौरान ऐसा जोखिम नहीं उठाना चाहती है। सरकाघाट से कर्नल इंद्र सिंह चुनाव नहीं लड़े थे, लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए गए थे।

यह भी पढ़ें- Himachal Politics: क्या दबाव में दिलाया इस्तीफा? निर्दलीय MLA को आज विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष मौजूद रहने का निर्देश

chat bot
आपका साथी