अब दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को निशुल्क किताबें

प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों के दाखिले की संख्या बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार अब दसवीं कक्षा तक विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम की निशुल्क किताबें देगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Aug 2019 07:01 PM (IST) Updated:Fri, 16 Aug 2019 07:01 PM (IST)
अब दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को निशुल्क किताबें
अब दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को निशुल्क किताबें

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों के दाखिले की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार अब दसवीं कक्षा तक विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम की निशुल्क किताबें देगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में स्वतंत्रता दिवस के राज्यस्तरीय समारोह में की। प्रदेश सरकार अभी तक आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को निशुल्क किताबें मुहैया करवा रही थी। नौवीं और दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले उन्हीं विद्यार्थियों को निशुल्क किताबें दी जा रही थी जो अनुसूचित जाति, जनजाति और गरीबी रेखा से नीचे के परिवार की श्रेणी में आते थे। ऐसे में गरीबी रेखा से ऊपर की श्रेणी के सामान्य वर्ग के करीब 65 हजार विद्यार्थियों को यह लाभ नहीं मिल रहा था। अब प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले दसवीं कक्षा के तक सभी वर्गो के बच्चों को भी निशुल्क किताबें बांटी जाएं। सरकारी स्कूलों में मिलती है यह सुविधा

वर्तमान में सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को दोपहर का भोजन निशुल्क दिया जाता है। आठवीं कक्षा तक सभी बच्चों को निशुल्क किताबें भी दी जाती हैं। इसके अलावा सरकारी स्कूलों में जमा दो कक्षा तक के सभी विद्यार्थियों को एक साल में दो वर्दियां निशुल्क दी जा रही हैं।

सरकारी स्कूलों में बढ़ेगा दाखिला : भारद्वाज

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज का मानना है कि मुख्यमंत्री की इस घोषणा से सरकारी स्कूलों में बच्चों का दाखिला और बढ़ेगा। सरकारी स्कूलों में बच्चों के दाखिले की संख्या बढ़ाने के लिए शिक्षा में गुणवत्ता लाने पर काम किया जा रहा है। इसके अलावा स्कूलों में बच्चों को पहली बार स्मार्ट वर्दी दी जाएगी। प्राथमिक स्कूलों में प्री नर्सरी कक्षाएं भी शुरू की गई हैं।

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