कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगा निजीकरण का विरोध किया

राष्ट्रीय समन्वय समिति के आह्वान पर सोमवार को शिमला व रिकांग

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Oct 2020 08:22 PM (IST) Updated:Mon, 05 Oct 2020 08:22 PM (IST)
कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगा 
निजीकरण का विरोध किया
कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगा निजीकरण का विरोध किया

जागरण टीम, शिमला/रिकांगपिओ : राष्ट्रीय समन्वय समिति के आह्वान पर सोमवार को शिमला व रिकांगपिओ में बिजली बोर्ड कर्मचारियों व अभियंताओं ने काले बिले पहनकर बिजली कंपनियों के निजीकरण का विरोध किया। शिमला में विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों ने भोजनावकाश के समय एक बैठक की। इसमें निजीकरण के दुषप्रभावो से कर्मचारियों को अवगत करवाया। यूनियन पदाधिकारियोंने कहा कि पहले केंद्र सरकार बिजली कंपनी में फ्रैंचाइजी के नाम पर निचले स्तर पर निजीकरण की बात करती रही है लेकिन अब इस दस्तावेज में तो बिजली कंपनियों को शतप्रतिशत स्वामित्व को निजी हाथों में बेचने की बात कर रही है।

दस्तावेज में कहा गया है कि बिजली कंपनियों के निजीकरण के बाद बोर्ड कर्मचारियों को निजी कंपनी की सेवा के तौर पर कार्य करना होगा। पेंशन व अन्य समाजिक सुरक्षा का जिम्मा निजी कंपनी पर नहीं होगा। इससे सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन पर भी संकट खड़ा हो जाएगा।

जिला किन्नौर के बिजली विभाग के कर्मचारियों में रिकांगपिओ, टापरी, सांगला व पूह सब डिवीजन के कर्मचारियों ने यूनियन के अध्यक्ष सीता राम की अध्यक्षता में बिजली निजीकरण के विरोध में काले बिल्ले पहनकर विरोध जताया। सीता राम ने कहा कि केंद्र सरकार बिजली कंपनियों के निजीकरण की दिशा में बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है।

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