हिमाचली सेब ही नहीं सेब चिप्स भी खा रहा पूरा देश

इरादा पक्का हो तो किसी भी मंजिल तक पहुंचना मुश्किल नहीं होता।

By Edited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 09:57 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 03:01 AM (IST)
हिमाचली सेब ही नहीं सेब चिप्स भी खा रहा पूरा देश
हिमाचली सेब ही नहीं सेब चिप्स भी खा रहा पूरा देश

शिमला, जेएनएन। इरादा पक्का हो तो किसी भी मंजिल तक पहुंचना मुश्किल नहीं होता। शिमला के तीन दोस्तों ने इस बात को साबित कर दिया। तीनों दोस्तों ने सेब से चिप्स बनाकर प्रदेश का नाम देशभर में चमकाया है। बीटेक की पढ़ाई के दौरान गौरव शर्मा, आशीष और मोहित शर्मा की दोस्ती हुई। डिग्री पूरी करने के बाद तीनों निजी कंपनियों में नौकरी करते रहे, लेकिन कुछ साल के भीतर अपना कारोबार शुरू करने का प्लान बनाया।

हिमाचली सेब की पहचान दुनियाभर में है। इसी बात का फायदा उठाकर तीनों दोस्तों ने चिप्स बनाने का फैसला किया। जिन देशों में सेब से चिप्स बनते हैं, उन देशों के प्रोडक्ट की स्टडी की। भारत के कुछ हिस्सों में जहां पर चिप्स बनते हैं, उन फैक्ट्रियों में प्रोसेसिंग का अध्ययन किया और मशीनरी लगाई और एसीई हेल्दी बाइट कंपनी बनाई। फिर अगस्त 2017 में 'ड्रेप्लज' नाम से चिप्स बनाए। पहले तीनों युवाओं ने ऑनलाइन कारोबार शुरू किया, जैसे-जैसे डिमांड बढ़ती गई मशीनरी को अपग्रेड कर दिया। करीब 18 लाख रुपये से मशीनरी लगवाई।

अब प्रतिदिन 1500 पैकेट बिक रहे हैं। शिमला, धर्मशाला, कांगड़ा, सोलन, हमीरपुर आदि शहरों में अच्छी पकड़ कपंनी के चिप्स बना चुके हैं। स्टार्ट अप के तहत कंपनी कार्य कर रही है। मशीनरी को ओर अपग्रेड करके देशभर में सप्लाई करने का प्लान है। आज 12 युवा कंपनी में रोजगार हासिल कर रहे हैं। कंपनी का प्लांट शिमला के शोघी में है। कंपनी के संस्थापक गौरव शर्मा ने कहा कि हिमाचली सेब की मांग काफी है, लेकिन जो सेब पेड़ से टूट जाता है उसकी कीमत कम हो जाती है। ऐसे सेब से हम चिप्स बना रहे हैं। दोनों दोस्तों के सहयोग से कारोबार शुरू किया है। उद्योग विभाग हमेशा हमारा सहयोग कर रहा है।

क्या है ड्रेप्लज चिप्स

आम तौर पर चिप्स में ऑयल इस्तेमाल होता है, लेकिन ड्रेप्लज में ऑयल इस्तेमाल नहीं होता। चिप्स के पैकेट को छह माह तक रखा जा सकता है। पैकेट का रेट 75 रुपये है। तीन फ्लेवर में चिप्स कपंनी ने उतारे हैं।

38वें ट्रेड में आकर्षण बने ड्रेप्लज चिप्स दिल्ली में 14 नंवबर से 38वां ट्रेड फेयर शुरू हुआ है। इस ट्रेड फेयर में हिमाचल ड्रेप्लज चिप्स आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पांच दिन के भीतर 2500 से अधिक पैकेट बिक चुके हैं। वहीं, तीनों युवाओं से ये जानने वालों की भीड़ ज्यादा है कि चिप्स बने कैसे हैं। ट्रेड फेयर के निदेशक तिलक राज ने कहा कि सभी स्टॉलों में काफी भीड़ है, लेकिन ड्रेप्लज चिप्स के काउंटर पर लोग काफी अधिक आ रहे हैं।

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